रक्षाबंधन के दौरान थाली में वास्तु के अनुसार सजी ये सामान जाने कैसे चमकाते है भाग्य




जौनपुर । हर्ष एवं उल्लास के साथ रक्षाबंधन का यह पवित्र त्यौहार पूरे  देशभर में मनाया जाता हैं। यह दिन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के लिए होता हैं जिसमें हर बहन अपने भाई को राखी बांधती हैं। वास्तु में राखी के दौरान तैयार की जाने वाली थाली का भी बड़ा महत्व होता हैं। थाली में सजी चीजें  भाग्य को चमकाने का काम करती हैं। आइये जानते है कैसे वास्तु के अनुसार रक्षाबंधन की थाली को सजाना चाहिए।

राखी की थाली में नारियल रखना ना भूलें। रक्षासूत्र बांधने से पहले भाई को तिलक करना जितना जरूरी है उतना ही थाली में नारियल रखना भी है। हर शुभ कार्य के लिए नारियल का इस्तेमाल किया जाता है फिल भला राखी की थाली इससे वंचित क्यों हो।


राखी बांधने के बाद बहन को भाई की आरती उतारती है, जो उन्हें बुरी नजर से बचाती है। मगर, वास्तु के अनुसार, थाली में दीपक दाईं और अगरबत्ती बाईं तरफ रखनी चाहिए। इससे भाई-बहन के बीच प्यार बढ़ता है।

हिंदू धर्म में अक्षत यानि चावल को विशेष महत्व दिया जाता है। कुमकुम के सात अक्षत का तिलक लगाने से ना सिर्फ भाई की उम्र लंबी होती है बल्कि उन्हें भौतिक सुख की प्राप्ति भी होती है।

राखी बांधते वक्त बहन का मुंह पूरब और भाई का पश्चिम की दिशा में होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इस तरह राखी बांधना शुभ होता है।


शुभ मुहूर्त

वैसे तो राखी का पूरा दिन ही शुभ है किसी भी समय राखी बांधे शुभ ही होगा।इस बार राखी का त्योहार अभी सुबह 9 बजकर 30 मिनट से शुरू हो जाएगा। दोपहर को 1 बजकर 35 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 35 मिनट तक बहुत ही अच्छा समय है। इसके बाद शाम को 7 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 9:30 के बीच में बहुत अच्छा मुहूर्त है।

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