राशि के अनुसार भगवान कृष्ण की पूजा से मिलेगा बड़ा लाभ मिलेगी हर कार्य में सफलता



कपिल देव मौर्य/ पं. अजय मिश्रा

श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार इस साल दो दिन  11 और 12 अगस्त को मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में इस पर्व को बड़े ही धुमधाम से मनाया जाता है। हालांकि इस बार कोरोना की वजह से सेलेब्रेशन का तरीका थोड़ा बदला नजर आयेगा । लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है।
बता दें कि 11 और 12 अगस्त दोनों दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है, लेकिन 12 अगस्त को जन्माष्टमी मानना श्रेष्ठ है। पारिवारिक लोग मंगलवार, 11 अगस्त यानी आज जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं, जबकि वैष्णव, संत या संन्यासी एक दिन बाद यानी बुधवार, 12 अगस्त को व्रत रखेंगे। तो चलिए जानते हैं कि आखिर जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल का श्रृंगार कैसे करें और उन्हें प्रसन्न करने के लिए कौन सा भोग लगाएं।


श्री कृष्ण के श्रृंगार के लिए फूलों का अधिक प्रयोग करें। लड्डू गोपाल के श्रृंगार में काले रंग का प्रयोग बिलकुल न करें। वस्त्र से लेकर गहनों तक कुछ भी काला नहीं होना चाहिए। पीले रंग के वस्त्र, गोपी चन्दन और चन्दन की सुगंध से इनका श्रृंगार करें। इसके साथ ही अगर वैजयंती के फूल कान्हा को चढ़ाये जाएं तो सर्वोत्तम होगा।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के प्रसाद में पंचामृत जरूर शामिल करें। उसमें तुलसी की पत्तियां भी जरूर डालें। मेवा, और मिसरी का भोग भी लगाएं। प्रसाद के रूप में माखन जरुर शामिल करें
इस जन्माष्टमी पर यदि  राशि के अनुसार पूजन करते हैं तो निश्चित ही आपको हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी। जन्माष्टमी का एक ऐसा पर्व है, जिस पर भगवान श्रीकृष्ण की किसी भी तरह से सच्ची सेवा कर ली जाए तो वह जातक की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। यदि व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार पूजन करें तो बेहतर फल की प्राप्ति होगी।

मेष- श्री कृष्ण के मंत्र ‘ॐ कमलनाथाय नम:’ का जाप करें।

वृषभ- श्री कृष्ण के अष्टक का पाठ करें।

मिथुन- श्री कृष्ण को तुलसी अर्पित करें और ‘ॐ गोविन्दाय नम:’ मं‍त्र का जाप करें।

कर्क- श्री कृष्ण को सफेद गुलाब अर्पित करें और राधाष्टक का पाठ करें।


सिंह- श्री कृष्ण के मंत्र ‘ॐ कोटि-सूर्य-समप्रभाय नम:’ का जाप करें।

कन्या- श्री कृष्ण के बाल स्वरूप का ध्यान कर ‘ॐ देवकी-नंदनाय नम:’ का जाप करें।

तुला- श्री कृष्ण का ध्यान कर ‘ॐ लीला-धराय नम:’ का जाप करें।

वृश्चिक– वराह भगवान का ध्यान कर ‘ॐ वराह नम:’ का जाप करें।

धनु- श्री कृष्ण के गुरु रूप का ध्यान कर ‘ॐ जगद्‍गुरुवे नम’: का जाप करें।

मकर– श्री कृष्ण के सुदर्शनधारी स्वरूप का ध्यान कर ‘ॐ पूतना-जीविता हराय नम:’ का जाप करें।

कुंभ- श्री कृष्ण के दया रूप का ध्यान कर ‘ॐ दयानिधाय नम:’ का जाप करें।

मीन- श्री कृष्ण के नटखट रूप का ध्यान कर ‘ॐ यशोदा-वत्सलाय नम:’ का जाप करें।


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