इन्टर कालेज के शिक्षक द्वारा छात्राओं से अश्लील हरकतें, छात्राओं ने की की शिकायत, पुलिस कर रही है लीपा-पोती

  


जौनपुर। एक तरफ सरकारें बेटियों के लिए नारा लगा रही है बेटी बचाओ  बेटी पढ़ाओ और पूरा देश बेटियों के सम्मान में बालिका दिवस मनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शिक्षक बेटियों के साथ अश्लील हरकतें कर रहे हैं ऐसे में बेटियां कैसे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगी यह एक गम्भीर और यक्ष प्रश्न खड़ा हो रहा है। जिम्मेदार लोग ऐसी घटनाओं को दबाने के भी प्रयास में दृष्टिगोचर है। बेटियों ने वीडियो में बयान देकर खुला आरोप शिक्षक पर लगाया है जो वायरल भी है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के कान में  बच्चियों के साथ होने वाली घटना को लेकर जूं तक नहीं रेंग सका है। 

जी हां यह कोई कपोल कल्पित कहनी नहीं बल्कि जनपद के तहसील मड़ियाहूं मुख्यालय पर स्थित स्वामी विवेकानंद इन्टर कालेज की घटना है। इस कालेज में तैनात शिक्षक गोरखनाथ सिंह पर खुला आरोप है कि उनके द्वारा यहां पढ़ने वाली छात्राओं से अश्लील हरकतें की जाती है। इस सन्दर्भ में छात्राओं ने वीडियो में बयान दिया है कि शिक्षक गोरखनाथ सिंह इन्टर कक्षा की छात्राओं के कमर पर हाथ फेरते है,दुपट्टा खींचते हैं, गन्दे एवं अश्लील शब्दों का प्रयोग किया करते हैं। 


शिक्षक की हरकतों से आजिज आ कर विद्यालय की छात्राओं ने कालेज के प्रधानाचार्य विनोद कुमार तिवारी से लिखित शिकायत किया तो प्रधानाचार्य ने जो जबाब दिया इससे उनकी भी निष्ठा बेटियों के प्रति गलत संकेत देती है। छात्राओं ने बताया कि प्रधानाचार्य ने कहा कि क्या करे मास्टर को फांसी लगा दे या गोली मार दे। आज इस मामले को लेकर छात्राओं के परिजनों ने कालेज में हंगामा खड़ा किया तो घटना स्थल कालेज परिसर में पुलिस भी सूचना मिलने के बाद पहुंच गयी। 

छात्राओं ने पुलिस से भी खुला शिक्षक गोरखनाथ सिंह के उपर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया परिवार के लोगों ने शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग किया है। इस घटना के बाबत खबर यह भी है कि छात्राओं द्वारा थाना मे घटना की तहरीर दिया गया है लेकिन पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया है। बताया तो यह भी जा रहा है कि वायरल वीडियो को देख एडीजी वाराणसी द्वारा शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी खबर लिखे जाने तक मुकदमा नहीं दर्ज किया जा सका था। 


घटना के बाबत थाना प्रभारी मड़ियाहूं से सीयूजी नंबर पर जानकारी करने पर उनका जबाब था कि लिखित तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर विधिक कार्यवाही की जायेगी। यहां पर छात्रायें कहती है तहरीर दे दिया है पुलिस के थानेदार कहते हैं तहरीर नहीं मिली है। जबकि पुलिस के सामने छात्राओं ने शिक्षक आरोप लगाया उसे संज्ञान नहीं लिया गया है। इस तरह स्वामी विवेकानंद इन्टर कालेज की इस घटना ने  गुरु और शिष्य के रिस्ते पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। जब गुरु की नीयत खराब हो जाये तो बेटियां   शिक्षित कैसे हो सकेंगी ?  सवाल क्या ऐसे शिक्षक को कानून अथवा प्रशासन दन्डित करके बेटियों के सुरक्षा का शख्त प्रबंध करेगा अथवा बेटियों को शिक्षकों के शोषण के लिये छोड़ दिया जायेगा। 


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