निकाय चुनाव: जाने किसके बीच है कांटे की टक्कर,उड़ रही है आचार संहिता की धज्जियां, बिक रहे है वोट तो खरीददार भी पीछे नहीं


जौनपुर। प्रथम चरण में निकाय चुनाव के मतदान की अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है। मतदान की तिथि नजदीक आने के साथ ही प्रचार अभियान भी अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच गया है। चुनाव की जंग में कूदे सभी प्रत्याशी गण अपने परिवार और पार्टी की पूरी टीम के साथ मतदाताओ के चौखट पर वोट के  लिए दस्तक देते हुए अपने पक्ष में मतदान की अपील कर रहे है। हलांकि निष्पक्ष और आयोग के नियमानुसार चुनाव कराने के लिए बनायी गयी व्यवस्थायें कागज के पन्नो तक सिमट कर रह गयी है। प्रेक्षक नियुक्त हो गये है और प्रशासन द्वारा नियम का पाठ भी पढ़ाया गया लेकिन इस चुनाव में उसका किसी भी स्तर से अनुपालन होता नजर नहीं आ रहा है।
जनपद मुख्यालय के नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव की बात करे तो यहां पर 
मतदाता सभी प्रत्याशी को अश्वासन की घुट्टी भले पिला रहा है लेकिन वह भी समय देखकर अपने मत की कीमत वसूलने को तैयार बैठा है तो चुनाव लड़ने वाले भी आदर्श आचार संहिता की सीमा रेखा को लांघते हुए वोटो को खरीदने की पूरी कोशिश कर रहे है। यदि कहा जाये कि निकाय के इस चुनाव में वोट बिक रहा है तो अतिशयोक्ति नहीं होगा। वोटो की खरीद फरोख्त में कोई किसी से कम नहीं दिखा रहा है लेकिन एक प्रत्याशी सभी पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। 
नगर पालिका परिषद के ग्रामीण इलाके के आठ वार्ड के मतदाताओ के बाबत जो खबर आयी है उसके अनुसार मध्यमवर्गीय परिवार के वोटो की खरीद का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके अलांवा शहर मुख्यालय पर कई मुहल्ले के मतदाताओ के लिए आम बात है लगभग सभी चुनावो में अपने वोट की कीमत वसूलते है उनके लिए पार्टी अथवा प्रत्याशी कोई मायने नहीं रखता है। जिसने पैसा लुटाया वोट उसी के पक्ष में डाल दिया।इस चुनाव में एक बात और देखने को मिली है कि वोट दिलाने का ठेका लेने वाले भी प्रत्याशियों की पाकेट खाली करने में जुटे हुए है।
नगर पालिका परिषद जौनपुर के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की जंग में निवर्तमान अध्यक्ष माया टंडन पत्नी दिनेश टंडन पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका जौनपुर बसपा के बैनर तले जोर आजमाइश कर रही है तो मनोरमा मौर्या पत्नी डाॅ राम सूरत मौर्य भाजपा के टिकट पर चुनावी जंग में डटी है। सपा से उषा जायसवाल पत्नी श्रवण जयसवाल है तो आम आदमी पार्टी से विगत तीन चुनाव में पराजय पाने वाली डाॅ चित्रलेखा सिंह पत्नी निखिलेश सिंह बिजली विभाग कर्मचारी नेता तथा कांग्रेस से दरख्शा खातून पत्नी इश्त्याक अपनी किस्मत आजमा रही है। इन प्रत्याशियों के अलावा कागज के पन्ने पर चार प्रत्याशी और है जिनका नाम आशा सिंह भाकपा माले से, सुभासपा से मंजू देवी और निर्दल प्रत्याशी के रूप में सीमा सिंह चौहान और जान्हवी चौहान का नाम है। इन चारो का नाम बैलेट पेपर पर जरूर होगा लेकिन इनकी कोई लड़ाई आम मतदाताओ तक नहीं है। 
पूरे जनपद की नजर नगर पालिका परिषद जौनपुर के अध्यक्ष के चुनाव पर है। नगर पालिका परिषद जौनपुर के अध्यक्ष की कुर्सी पर विगत 22 वर्षो से टंडन परिवार का कब्जा चला आ रहा है कभी पति तो कभी पत्नी अध्यक्ष पद पर रहते हुए नगर की जनता की सेवाकरते रहे है। इस बार बड़ी मजबूती के चुनाव मैदान में है और स्थिति यह है कि जो भी लड़ाई में मुकबले की बात करता है टंडन परिवार को ही अपना प्रति द्वन्दी मान रहा है। इस बार टंडन परिवार को नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद से हटाने के लिए भाजपा ने मौर्य समाज पर दांव लगाया मनोरमा मौर्या पत्नी राम सूरत मौर्य को चुनाव मैदान उतारने के साथ पूरी भाजपा लग गई है। यहां तक कि प्रदेश सरकार के मंत्री दिन रात जनपद मुख्यालय पर डेरा डाले हुए कैम्पेनिंग की कमान संभाले हुए है। इतना ही नहीं प्रदेश के सीएम 01 मई को जौनपुर मुख्यालय पर वोट मांगने आ रहे है।इसके बाद भी निवर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद खम्भे की तरह मजबूत बतायी जा रही है। मतदाता भी मानने लगा है कि लड़ाई तो टंडन बनाम भाजपा हो रही है शेष सभी प्रत्याशी आपस में लड़ते नजर आ रहे है। जो भी हो अब देखना है कि इस बार किसके भाग्य में नगर पालिका परिषद जौनपुर के अध्यक्ष की कुर्सी होगी।

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