एसडीएम के संरक्षण में लेखपालों द्वारा पैमाइश के लिये किसानों का शोषण,शिकायत पर जांच नहीं


  
जौनपुर। तहसील शाहगंज में उप जिलाधिकारी की जानकारी में तहसील के लेखपालों द्वारा किसानों से पैमाइश के नाम पर बड़े पैमाने पर धनोपार्जन किया जा रहा है। शिकायत करने पर अधिकारी लेखपालों को बचाते हुए उनके लूट के हौसले बुलंद कर रहे हैं। लेखपालों की लूट पाट से तहसील के किसान परेशान एवं शोषण का शिकार होने के लिए मजबूर भी है। 
लेखपालों के कारस्तानी का एक मामला प्रकाश में आया जिससे सभी लेखपालों की कार्यशैली का खुलास होता है। तहसील शाहगंज के ग्राम सुइथा परगना अंगुली के निवासी रामफल पुत्र जोखई ने प्रशासन को शिकायती पत्र देते हुए कहा है कि हल्का लेखपाल प्रमोद रावत एवं विवेक सिंह ने हमारी जमीन आराजी नंबर 720/2/28 हे. की पैमाइश करने के लिए 20 हजार रुपये लिए है। पैमाइश करने के बाद भी हमारा शोषण करने के लिए हमारे निर्माणाधीन मकान को रोकते हुए हैं। इसका वीडियो भी वायरल है। 
इस संदर्भ में उप जिलाधिकारी शाहगंज से बात करने पर उन्होंने कहा कि पैसा देने वाला और लेने वाला लेखपाल आपस में रिस्तेदार है राम फल ने कर्ज लिया वही लेखपाल को वापस किया है ।लेकिन जब सच्चाई का पता किया तो एस डीएम का बयान पूरी तरह से असत्य मिला है। एस डीएम का बयान यह साबित करता है कि लुटेरे लेखपालों को उनका संरक्षण प्राप्त है तभी तो किसी भी  लेखपाल के खिलाफ शिकायत आने के बाद भी कार्यवाही नहीं किया जा रहा है बल्कि उनका बचाव किया जा रहा है। 
इस तरह तहसील शाहगंज में लेखपालों द्वारा पैमाइश के नाम पर किसानों का खुले आम किया जा रहा शोषण अब नया चर्चा का बिषय बना है। खबर यह भी है कि किसानों से लेखपालों द्वारा की गयी लूट पाट की धनराशि में एस डीएम शाहगंज भी साझीदार बताये जा रहे हैं। 
संजय मौर्य 

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  1. तहसील में खुब लूटपाट मची हुई हैं गरीब आदमी को न्याय मिलना मुश्किल हो गया है।

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