बन्द कमरे में चिकित्सक की लाश मिलने से सनसनी, पिता ने जताया हत्या की आशंका


मेडिकल कालेज बस्ती में तैनात डॉ. मणि प्रकाश सिंह का शव कोतवाली क्षेत्र स्थित  शिवा कॉलोनी में किराए के मकान में शव मिलने से सनसनी फैल गई। वह गोरखपुर के रहने वाले थे। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मूल रूप से गोरखपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र की कृष्णानगर प्राइवेट कॉलोनी के मकान नंबर 592 निवासी डॉ. मणि प्रकाश सिंह (35) की मेडिकल कॉलेज बस्ती में 2020 में तैनाती हुई थी। चेस्ट विभाग में जूनियर रेजिडेंट (जेआर) पद पर कार्यरत थे।
करीब एक वर्ष से वह कोतवाली क्षेत्र में स्थित शिवा कॉलोनी में अधिवक्ता राजेश कुमार सिंह के मकान में बतौर किराएदार रह रहे थे। उनकी छोटी बहन डॉ. सीमा भी मेडिकल कॉलेज बस्ती में दंत विभाग में जूनियर रेजिडेंट (जेआर) पद पर कार्यरत हैं। वह अपने पति के साथ बस्ती शहर के जयपुरवा में किराये पर कमरा लेकर रहती हैं। डॉ. सीमा ने बताया कि शनिवार की रात भैया को भोजन के लिए रूम पर आने को फोन किया तो उन्होंने खिचड़ी बनाकर खाने की बात कहकर आने से मना कर दिया। बोले कि रविवार को आऊंगा।
रविवार को अवकाश था। डॉ. सीमा ने भाई डॉ. मणि प्रकाश के घर न पहुंचने पर फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर वह पति के साथ शिवा कॉलोनी में पहली मंजिल पर स्थित बड़े भाई के कमरे पर जा पहुंचीं। दरवाजा अंदर से बंद मिला। मकान मालिक को जानकारी देने के बाद पुलिस को फोन किया। कोतवाल रामपाल यादव ने बताया कि सूचना प्राप्त होने पर मकान मालिक के समक्ष धक्का देकर दरवाजा खोला गया तो डॉ. मणि बिस्तर पर मृत दशा में पाए गए। 
पुलिस के अनुसार छत के पंखे से चद्दर लटकी मिली और पंखे का ब्लेड भी मुड़ा हुआ था। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। गोरखपुर से अन्य परिवारीजन भी पहुंच गए। उन्होंने हत्या की आशंका जताई है। एएसपी रवींद्र कुमार सिंह ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना के कारणों के बारे में पुलिस छानबीन कर रही है।
पिता बोले आत्महत्या नहीं हत्या हुई है बेटे की
गोरखपुर से बस्ती पहुंचे परिवारीजन डॉ. मणि प्रकाश की लाश देख हतप्रभ रह गए। उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पिता ओमप्रकाश सिंह बार-बार कह रहे थे कि उनके बेटे की हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि करीब चार साल पहले बेटे की शादी अंबेडकरनगर की रहने वाली युवती के साथ हुई थी। कुछ महीनों से दोनों में मनमुटाव में चल रहा था। बहू ने बेटे को छोड़ने के लिए तलाक की अर्जी कोर्ट में दाखिल कर दी थी। उनके अनुसार इसके बाद बातचीत के आधार पर आपसी सहमति से बीस लाख रुपये का मुआवजा देकर दोनों के अलग होने की बात पर रजामंदी बन गई थी। इसके लिए दस लाख रुपये लड़की पक्ष को दिया भी जा चुका था, जबकि अप्रैल 2021 में शेष रकम देनी की बात तय थी। उनका आरोप है कि डॉ. मणि प्रकाश के ससुराल वालों ने ही उनकी हत्या की या करवाई है। 

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