*संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने सुनी फरियादियों की समस्याएँ*
जिलाधिकारी ने तत्काल कराया वरासत में नाम दर्ज
जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में तहसील बदलापुर के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। समाधान दिवस में तहसील बदलापुर के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगो की समस्याओं एवं शिकायतों को जिलाधिकारी ने गंभीरता से सुना तथा त्वरित निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
फत्तुपुर, बदलापुर निवासिनी पूनम गौतम द्वारा वरासत ऑनलाइन होने के बावजूद दर्ज न होने की शिकायत की गई, जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा कानूनगो पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी जिसके क्रम में तत्काल वरासत में नाम दर्ज कराते हुए उन्हें अवगत कराया गया।
सुभाष चंद्र मौर्य निवासी बैरमा गडवारा बदलापुर ने चक मार्ग पर कब्जा को खाली कराने तथा अतिक्रमण हटवाने संबंधी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया जिसपर जिलाधिकारी के द्वारा उपजिलाधिकारी बदलापुर को प्रकरण का निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
सुनीता देवी निवासी रारी ने आबादी एवं पट्टे की भूमि पर अवैध कब्जा हटाने की मांग की, जिसपर राजस्व निरीक्षक को प्रकरण का निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
फूलचंद्र निवासी कदौदा, तहसील बदलापुर ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि उनके बगल में स्थित नहर को भूमाफियाओं के द्वारा जबरन काटकर अपने खेत में मिला लिया गया है, जिसके कारण सिचाई करने में समस्या उत्पन्न हो रही है, जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा शिकायत की जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए।
संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों एसपी ग्रामीण, सीएमओ, सीओ, उपनिदेशक कृषि, एक्सईएन सिंचाई, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य के प्रति नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त सभी शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, जिससे आमजन को त्वरित राहत मिल सके।
जिलाधिकारी के समक्ष कुल 82 प्रकरण प्राप्त हुए जिनमें से 11 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया और अवशेष प्रार्थना पत्रों सम्बन्धित अधिकारियों को अग्रसारित करते गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया, जिला विकास अधिकारी मीनाक्षी देवी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल, तहसीलदार योगेन्द्र पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी दिव्या शुक्ला सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस प्रकार समस्त तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया और फरियादियों की समस्याओं को सुना गया।संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने सुनी फरियादियों की समस्याएँ
जिलाधिकारी ने तत्काल कराया वरासत में नाम दर्ज
जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में तहसील बदलापुर के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।
समाधान दिवस में तहसील बदलापुर के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगो की समस्याओं एवं शिकायतों को जिलाधिकारी ने गंभीरता से सुना तथा त्वरित निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
फत्तुपुर, बदलापुर निवासिनी पूनम गौतम द्वारा वरासत ऑनलाइन होने के बावजूद दर्ज न होने की शिकायत की गई, जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा कानूनगो पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी जिसके क्रम में तत्काल वरासत में नाम दर्ज कराते हुए उन्हें अवगत कराया गया।
सुभाष चंद्र मौर्य निवासी बैरमा गडवारा बदलापुर ने चक मार्ग पर कब्जा को खाली कराने तथा अतिक्रमण हटवाने संबंधी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया जिसपर जिलाधिकारी के द्वारा उपजिलाधिकारी बदलापुर को प्रकरण का निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
सुनीता देवी निवासी रारी ने आबादी एवं पट्टे की भूमि पर अवैध कब्जा हटाने की मांग की, जिसपर राजस्व निरीक्षक को प्रकरण का निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
फूलचंद्र निवासी कदौदा, तहसील बदलापुर ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि उनके बगल में स्थित नहर को भूमाफियाओं के द्वारा जबरन काटकर अपने खेत में मिला लिया गया है, जिसके कारण सिचाई करने में समस्या उत्पन्न हो रही है, जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा शिकायत की जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए।
संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों एसपी ग्रामीण, सीएमओ, सीओ, उपनिदेशक कृषि, एक्सईएन सिंचाई, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य के प्रति नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त सभी शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, जिससे आमजन को त्वरित राहत मिल सके।
जिलाधिकारी के समक्ष कुल 82 प्रकरण प्राप्त हुए जिनमें से 11 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया और अवशेष प्रार्थना पत्रों सम्बन्धित अधिकारियों को अग्रसारित करते गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया, जिला विकास अधिकारी मीनाक्षी देवी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल, तहसीलदार योगेन्द्र पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी दिव्या शुक्ला सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस प्रकार समस्त तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया और फरियादियों की समस्याओं को सुना गया।
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