मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी” ने बाल दिवस पर बांटे गर्म कपड़े
इस मानवीय पहल के लिए गर्म कपड़ों का सहयोग समाजसेवी अनुराग सिंघानिया द्वारा प्रदान किया गया। विद्यालय स्तर पर आयोजन की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापिका पूनम मिश्रा ने संभाली, जिसमें विद्यालय के अध्यापकों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
मुख्य अतिथि डॉ. राजेश कुमार (असिस्टेंट प्रोफेसर, पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं संस्थापक, राजेश स्नेह ट्रस्ट ऑफ एजुकेशन) ने कहा कि
“बाल दिवस पर यह आयोजन बच्चों के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी को दर्शाता है। गर्म कपड़े बच्चों के स्वास्थ्य व शिक्षा को सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कदम हैं। समाज के सहयोग से ही हम हर बच्चे के लिए एक सुरक्षित और खुशहाल वातावरण बना सकते हैं।”
विशेष अतिथि अनुराग मणि त्रिपाठी (एडवोकेट) ने पहल की सराहना करते हुए कहा कि
सामाजिक कार्यों में भागीदारी केवल संस्थाओं का नहीं, हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। यह अभियान केवल कपड़े बांटना नहीं, बल्कि सामाजिक संवेदना का संदेश है।
“मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी” के प्रणेता प्रदीप मिश्रा ने बताया कि संस्था वर्षों से ठंड के मौसम में जरूरतमंद बच्चों व परिवारों तक गर्म कपड़े पहुंचाने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि इस सर्दी कोई भी बच्चा ठंड से प्रभावित न हो। समाज का छोटा-सा सहयोग भी किसी जरूरतमंद के लिए बड़ी खुशी बन सकता है।”
प्रधानाध्यापिका पूनम मिश्रा ने संस्था व सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों में सामाजिक सद्भाव की भावना जगाने में भी सहायक होगा।
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