कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की मनायी जयंती

जौनपुर-जिला कांग्रेस कार्यालय पर नारी मुक्ति की प्रणेता एवं देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की पुष्प अर्पित करके जयन्ती मनाया गया और संगोष्ठी सभा का आयोजन किया।

जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज ने सभी कांग्रेस जनों को संबोधित करते हुए कहा कि सावित्रीबाई एक समाज सुधारिका एवं देश की पहली महिला शिक्षिका थी सावित्रीबाई फुले की जयंती पर उन्हें हम शत्-शत् नमन करते है। सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका थी। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए।

प्रदेश महासचिव मकसूद खां ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने 19वीं सदी में महिलाओं के अधिकारों,अशिक्षा,छुआछूत, सती प्रथा,बाल विवाह जैसी कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई। उन्होंने सामाजिक चेतना फैलाई तथा महिला शिक्षा का पहला स्कूल भी शुरू किया। उनके मिशन को संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने आगे बढ़ाया। आज के दिन हमें अपने महापुरुषों के आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना होगा और महिलाओं को सम्मानित करने का समय है लेकिन सूबे की भाजपा सरकार में महिलाओं पर आये दिन अत्याचार बढता जा रहा है।

प्रदेश महासचिव अनुसूचित जाति विभाग पंकज सोनकर ने कहा कि महिलाओं की प्रेरणा स्रोत सावित्रीबाई जिस प्रकार से कठिन परिस्थितियों में महिलाओं में शिक्षा का अलख जगाने का कार्य वह हमारे आधुनिक समाज के लिए प्रेरणा दायक है।


तत्पश्चात् कांग्रेस पार्टी क संगठन को आगामी दो पखवाड़े में जनपद के सभी न्याय पंचायत व बूथ पर गठन कर मजबूत करने का संकल्प लिया गया। उक्त अवसर पर प्रमुख रूप से सुरेंद्र वीर विक्रम बहादुर सिंह, डॉ राकेश उपाध्याय, विशाल सिंह हुकुम,आजम जैदी, राजकुमार मौर्य,सत्यवीर सिंह,मदन मिश्रा,उस्मान अली, शैलेंद्र सिंह,शिव मिश्रा,विजय प्रताप सिंह, देवेंद्र मिश्रा, अनिल सोनकर,नीलम साहू, इन्द्रमणि दुबे,नंदलाल गौतम, सुरेश गौड़,रामसिंह बाकुरे, नरेंद्र पटेल,सुजीत कुमार,राजकुमार गुप्ता, विनय शुक्ला, लालता चौधरी,विजय तिवारी,संजय माली, शशांक राय, तौकीर खान दिल्लू ,आबिद आदि उपस्थित रहे।


Comments

Popular posts from this blog

धनंजय की जमानत के मामले में फैसला सुरक्षित, अगले सप्ताह आयेगा निर्णय

धनंजय सिंह को जौनपुर की जेल से बरेली भेजने की असली कहांनी क्या है,जानिए क्या है असली खेल

धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली जेल भेजा गया