चुनावी तैयारियों को लेकर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर ने अधिकारियों को जानें क्या दिया निर्देश




अधिकारी चुनाव में पार्टियों के रैली और जनसभा स्थलों को करे चिन्हित- डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर 

भारत निर्वाचन आयोग के डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर डा. चंद्र भूषण कुमार ने कहा कि पहली प्राथमिकता वोटर लिस्ट का ठीक करना है। चुनाव की नींव यही है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि सही वोटर का नाम लिस्ट में हो। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन पांच जनवरी, 2022 को होना है। इसकी जानकारी विभिन्न माध्यमों से सभी को दी जाए। स्वीप की रणनीति और अच्छी तरह से संचालित कर वोटर लिस्ट में नाम देखने के तरीके बताएं जाएं। ताकि वोटर अपना नाम लिस्ट में देख सकें। सभी जनपदों में पार्टी रैलियों व जनसभाओं के लिए स्थलों को चिह्नित कर लिया जाए। चिह्नित स्थल फस्र्ट कम, फस्र्ट सर्व पर उपलब्ध कराएंगे। एक्स्ट्रा इनोवेटिव तरीके अपनाएं में परहेज न करें।
उप निर्वाचन आयुक्त शुक्रवार को वाराणसी, मीरजापुर व आजमगढ़ मंडल के जिलों में विधानसभा चुनाव सकुशल संपन्न कराने की तैयारी को लेकर बैठक कर रहे थे। कहा कि मतदान केंद्रों पर बुनियादी सभी सुविधाएं पूर्ण होनी चाहिए। पांच से ज्यादा बूथ वाले केंद्रों पर पर विशेष ध्यान दिया जाए। इंट्री व एक्जिट आदि चेक कर लिए जाएं। कोविड प्रोटोकाल का पालन हर हाल में कराया जाए। पोलिंग पार्टियों की ट्रेनिंग अच्छी तरह से कराएं, ताकि पूरी तरह कार्य में दक्ष हो जाएं। मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियों के ठहरने तथा सिक्युरिटी पर्सन्स के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। कम वोटिंग वाले बूथों को चिह्नित कर वोटिंग को लेकर मोटिवेट किया जाए। कमिश्नरी वाले जिलों में शहरी क्षेत्र में कम से कम एक आल वूमेन पोलिंग बूथ बनाएं । यह भी निर्देश दिया कि इस बूथ पर शत फीसद महिला मतदान कर्मी हों। जेंडर रेशियो बढ़ाने पर भी विशेष जोर देने पर जोर दिया।
डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित वादों पर कड़ा रूख अपनाने का निर्देश दिया। कहा कि कार्रवाई से अराजकतत्वों में खौफ पैदा हो और चुनाव की प्रक्रिया स्वतंत्र व निष्पक्ष रूप से संचालित हो सके। डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर ने वेब कास्टिंग के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे 50 प्रतिशत से ऊपर जितनी वेब कास्टिंग कराना चाहें करा सकते हैं। काउंटिंग हाल में सात टेबुल लगाए जाने के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में मौजूद भारत निर्वाचन आयोग के डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर नितेश व्यास ने ईवीएम और वीवीपैट की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी। बताया कि सभी ईवीएम थर्ड जनरेशन की है। एडवांस सुरक्षात्मक फीचर्स डाले गए हैं जो हर जिलों को पर्याप्त मात्रा में कंट्रोल यूनिट 120 तथा वीवीपैट 130 फीसद उपलब्ध कराई गई है। ईवीएम डिमांस्ट्रेशन सेंटर के माध्यम से लोगों को वोट डालने की प्रक्रिया बताई जाए। साथ ही मोबाइल वैन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और वोट डालने की प्रक्रिया बताने का भी निर्देश दिया।
ईवीएम में फस्र्ट लेवल चेक (एफएलसी), कमीशनिंग तत्पश्चात् सिम्बल लोडिंग आदि चरणों में पार्दर्शिता के लिए हाल में स्क्रीन पर डिस्प्ले हो तथा उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधि अवश्य मौजूद रहें। इसके लिए उन्हें आमंत्रित किया जाय। साथ ही हस्ताक्षर भी कराए जाएं। ईवीएम मशीनें सावधानीपूर्वक हैंडिल की जाय। बैठक के दौरान तीनों मंडलों के जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने चुनावी तैयारियों के बारे में विवरण रखा। समस्याओं को बताया। बैठक में निर्वाचन से जुड़े मंडल के सभी अधिकारी मौजूद रहे।

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