नाबालिग किशोरी के साथ बाराती युवक गिरफ्तार गया जेल, वास्तविकता और पुलिस कहांनी में जानें क्या है अन्तर


जौनपुर। पुलिस मुजरिमों के गिरफ्तारी की कहांनी ऐसी बनाती है कि खुद के बहादुरी की पराकाष्ठा पहुंचा देती है। कानून भले ही पुलिस की कहांनी पर विश्वास करे लेकिन जनता और समाज के बीच पुलिस की कहांनी पर प्रतिक्रिया जरूर सुनने को मिलती है। ऐसी ही एक ताजा कहांनी सुजानगंज थाने की पुलिस ने रचते हुए अपने बहादुरी को प्रसारित किया है।
घटना यह है कि थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 6/7 जून की रात बारात आई थी रात में बाराती युवक पड़ोस की एक नौ वर्षीय किशोरी के साथ मुंह काला कर फरार हो गया था। घटना के बाद खबर थाने पर आते ही थानेदार और पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी और दो दर्जन बारातियो को थाने ले आयी और 07 जून को किशोरी के पिता की तहरीर पर मुअसं 112/22 से धारा 376 भादवि का दर्ज किया। इसके बाद किशोरी का बलात्कारी भी पुलिस हिरासत में आ गया था।
इसके बाद 08 जून को पुलिस विभाग ने जरिए विज्ञप्ति सुजानगंज पुलिस के बहादुरी की खबर जारी किया कि 07 जून 22 को नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म करने वाले अभियुक्त को एक मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में घुटने के नीचे गोली मारकर गिरफ्तार किया है। पुलिस कहांनी में यह भी है कि बलात्कारी युवक ने पुलिस के उपर फायरिंग किया फिर पुलिस ने जबाबी कार्यवाई करते हुए फायरिंग किया गोली बलात्कारी बदमाश के पैर में लगी। सुजानगंज पुलिस की इस कार्यवाई में थाना महराजगंज की पुलिस भी सहयोगी रही है। गिरफ्तार युवक के पास से 315 बोर का तमंचा भी बरामद किये जाने की पुष्टि पुलिस विज्ञप्ति में है। 
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त जितेन्द्र कुमार पुत्र रामदास निवासी गांव देवापुर थाना सुजानगंज ने अपने अपराध को स्वीकार करते हुए पूरी कहांनी बताया है। अब यहां पर यह तो अच्छी बात है कि अपराध कारित करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार हुआ और जेल की सलाखों के पीछे गया और कानून के शिकंजे में उसे जकड़ा गया। सजा भी मिलनी चाहिए। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब घटना के बाद थानेदार ने दो दर्जन बरातियों को उठाया वहीं खबर हो गयी कि अपराध किसने किया और दूसरे दिन वह भी पुलिस हिरासत में आ गया तो यह मुठभेड़ की कहांनी इलाके के अंदर आम जन के बीच चर्चा का बिषय बन गयी है। सवाल पुलिस आरोपी को कानूनी दण्ड देने के पक्ष में है अथवा अपने बहादुरी की गाथा गाने के पक्ष में है। जो भी हो इस घटना को लेकर हुई गिरफ्तारी और पुलिसया कहांनी में खासा अन्तर आम जन मानस मान रहा है। इसका लाभ कानून में अभियुक्त जरूर उठा सकता है।हलांकि अपराधी को सबसे कड़ा दण्ड दिया जाना चाहिए ताकि ऐसे अपराध करने वालों में दहशत कायम हो सके।

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