विगत 73 दिनो से पुलिस को छका रही शाइस्ता पर एक और बड़ी कार्रवाई के संकेत,अतीक ने खुद पुलिस को जानें क्या दिया था बयान


उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही 50 हजार की इनामी लेडी डॉन शाइस्ता परवीन अब पुलिस रिकॉर्ड में माफिया घोषित कर दी गई है। छह दिन पहले उसे शरण देने के आरोपी आतिन जफर की गिरफ्तारी संबंधी दस्तावेज में पुलिस ने उसका नाम ‘माफिया अपराधी शाइस्ता’ दर्ज किया है। उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल शाइस्ता की अब हिस्ट्रीशीट खोलने की भी तैयारी है।
शाइस्ता पर कुल छह मुकदमे दर्ज हैं। इनमें फर्जीवाड़े के चार व हत्या की साजिश रचने का मुकदमा भी शामिल है। उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में कदम दर कदम वह शामिल रही है और इस बात का खुलासा खुद अतीक अहमद ने अपने बयान में किया था, ऐसा पुलिस का दावा है। पिछले 73 दिनों से वह पुलिस के साथ ही एसटीएफ को भी छका रही है। 
तलाश में जुटी पुलिस ने उस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब उसे रिकॉर्ड में भी माफिया घोषित कर दिया है। अतीक की हत्या के अगले दिन जिस आतिन के घर पर वह अपने शूटर पांच लाख के इनामी साबिर के साथ रुकी, उसकी गिरफ्तारी संबंधी दस्तावेज में ही शाइस्ता को माफिया अपराधी बताया गया है। 
उधर अब उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने की भी तैयारी है। सूत्रों का कहना है कि शाइस्ता का नाम लगातार आपराधिक वारदातों में आ रहा है। रिकॉर्ड के मुताबिक, वह आदतन अपराधी है और फर्जी नाम पते पर शस्त्र लाइसेंस निर्गत कराने, हत्या की साजिश में शामिल होने, अवैध असलहा रखने समेत उस पर कई गंभीर आरोपों में मुकदमे दर्ज हैं। ऐसे में उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने के संबंध में जल्द ही कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
शाइस्ता ने उमेश पाल हत्याकांड के बाद अपने नौकरों के जरिए हत्या में प्रयुक्त असलहे ठिकाने लगवाए। यही नहीं 73 लाख रुपये से भरा बैग भी चकिया स्थित कार्यालय में रखवाया, जिसका खुलासा खुद अतीक के नौकर राकेश उर्फ नाकेश ने किया है। वह उमेश पाल हत्याकांड से पहले भी शूटरों से लगातार संपर्क में थी और अरमान समेत अन्य के साथ उसके वीडियो भी वायरल हुए।
वहीं इससे पहले, माफिया के करीबी खान सौलत हनीफ ने पूछताछ में एक और सनसनीखेज खुलासा किया है। अब यह बात सामने आई है कि उमेश की ओर से गालियां देने और शाइस्ता पर कमेंट किए जाने की बात सुनने के बाद बौखलाकर अतीक ने उसकी हत्या की पटकथा लिखी थी। 
सूत्रों के मुताबिक, सौलत से पूछताछ में पुलिस को बेहद अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। पता चला है कि उमेश अतीक अहमद के बारे में सार्वजनिक रूप से कई बार भला-बुरा कह चुका था। यह बात कई बार अतीक के कानों तक पहुंची भी थी। इस पर उसने अपने गुर्गों के माध्यम से उमेश तक मैसेज भी पहुंचाया था कि वह संभल जाए।
कुछ दिनों बाद अतीक को पता चला कि उमेश ने शाइस्ता परवीन के बारे में भी कमेंट किया था। इतना सुनने के बाद वह बौखला गया और इसके बाद ही उसने उमेश पाल हत्याकांड की पटकथा लिखी। साबरमती जेल से अपने भाई बरेली जेल में बंद अशरफ से फेसटाइम एप से बातचीत की और कहा कि उमेश को खत्म करना है। उसने उसे पूरी बात भी बताई।
इसके बाद अशरफ ने असद के जरिए गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, साबिर, विजय चौधरी उर्फ उस्मान, अरमान व सदाकत को बरेली जेल बुलाया और साजिश रची। सूत्रों का कहना है कि प्लानिंग के तहत असद को वारदात के दौरान कार से बाहर नहीं निकलना था, लेकिन वह उमेश से खुन्नस रखने लगा था। यही वजह थी कि वारदात के वक्त वह अपना आपा खो बैठा और उसने कार से बाहर उतरकर उमेश पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी

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