बदमाशो की गोली से घायल युवक आखिरकार ट्रामा सेंटर में जिन्दगी की जंग हार गया, परिवार में मचा कोहराम

बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती मुकीमगंज निवासी व्यवसायी राजकुमार यादव (43) आखिरकार बुधवार को जिंदगी से जंग हार ही गए। उनकी मौत से परिजनों में कोहराम मचा है।  सारनाथ थाना क्षेत्र के तिलमापुर में रंगीलदास पोखरा चौराहा के समीप शुक्रवार सुबह बाइक से आए नकाबपोश बदमाशों ने राजकुमार यादव को तीन गोली मारी थी। पुलिस ने घटना की वजह जमीन विवाद की पुरानी रंजिश बताई है।
व्यवसायी की पत्नी ज्योति यादव की तहरीर पर सारनाथ थाने की पुलिस ने राजकुमार के छोटे भाई व आदमपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर विजय यादव सहित आठ आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास व आपराधिक षड्यंत्र रचने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। विजय यादव इस समय गाजीपुर जेल में बंद है।
आदमपुर थाना क्षेत्र के मुकीमगंज निवासी राजकुमार यादव जमीन की खरीद-बिक्री के साथ ही ट्रांसपोर्ट का भी काम करते थे। राजकुमार रोजाना की तरह बीते शुक्रवार सुबह लेढ़ूपुर स्थित एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले अपने छोटे बेटे कार्तिकेय को स्कूटी से छोड़ने गए थे। उसे छोड़कर लौटते समय रंगीलदास पोखरा चौराहा के समीप बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने राजकुमार को गोली मार दी। 
राजकुमार की पत्नी ज्योति के अनुसार, उनके पति की पुश्तैनी जमीन लेढ़ूपुर में है। इस जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने के लिए उनका छोटा भाई विजय यादव गाजीपुर जेल से आए दिन फोन कर धमकाता रहता था। विजय यादव का सहयोग उसका पार्टनर सारंग तालाब निवासी प्रॉपर्टी डीलर अनिल यादव करता है।
अनिल यादव ने बीते महीने भी धमकी दी थी। ज्योति ने पुलिस को बताया कि विजय यादव ने ही राजकुमार की हत्या की साजिश रची है। इसमें उसकी दो पत्नियां सोनी यादव व आरती यादव, उसका पार्टनर अनिल यादव, पिंटू यादव उर्फ आशुतोष, शिवम यादव, रोहित यादव और रविंदर ने सहयोग किया है।

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