अधिनियम में वर्णित उपबंधों के अतिरिक्त अन्य विरोधी आदेश अस्वीकार - रमेश सिंह


जौनपुर। उ0प्र0मा0शि0संघ (सेवारत) के प्रदेशीय नेतृत्व के आह्वान पर जनपद जौनपुर की जिला कार्यकारिणी द्वारा जनपद के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा मुख्यमंत्री महोदय को  पोस्ट कार्ड प्रेषित कर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों को अधिनियम में वर्णित समयानुसार संचालित किये जाने की मांग की है।
इस क्रम में उ0प्र0मा0शि0संघ (सेवारत) के प्रदेशीय अध्यक्ष रमेश सिंह एवं ग्रामोदय इन्टर कालेज, गौराबादशाहपुर जिलाध्यक्ष सरोज कुमार सिंह एवं श्री गणेश राय इन्टर कालेज, डोभी जौनपुर, जिलामंत्री तेरस यादव एवं नगर पालिका इन्टर कालेज जौनपुर, जिला उपाध्यक्ष अतुल कुमार एवं आदर्श इन्टर कालेज शम्भूगंज, ठाकुर प्रसाद तिवारी एवं इन्टर कालेज ईशापुर सहित अन्य विद्यालयों के शिक्षक साथियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सुबह 8ः00 बजे से सायं 4ः30 बजे तक विद्यालय संचालित किये जाने पर शिक्षकों को प्रातः 7ः00 बजे से लेकर सायं 6ः00 बजे तक दायित्व निर्वहन में लगे रहना होगा जो अव्यवहारिक और शिक्षण सिद्धांतों के विपरीत होगा।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि प्रदेश के शिक्षको पर नौनिहालो के भविष्य निर्माण की महती जिम्मेदारी है जिससे वह पीछे नहीं हटेगा, लेकिन किसी भी कीमत पर वह बंधुआ मजदूरी या अधिनियम में वर्णित उपबंधों के विपरीत किसी भी आदेश का अनुपालन नहीं करेगा, परिणाम चाहे कुछ भी हो। संगठन का यह मानना है कि कोविड महामारी से पठन-पाठन और बच्चों का काफी नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई युद्ध स्तर पर की जानी चाहिए लेकिन इसके लिए कार्य योजना सहित सम्पूर्ण दायित्व शिक्षकों पर छोड़ा जाना चाहिए न कि डंडा मारते हुए तुगलकी फरमानो से शिक्षक साथियों का मानसिक शोषण किया जाय।
इसलिए मुख्यमंत्री जी से विनम्र आग्रह है कि माध्यमिक शिक्षा, शिक्षक और शिक्षार्थी सभी को बचाने के लिए तत्काल आगे आते हुए विभाग द्वारा पूर्व में निर्गत आदेश को माध्यमिक शिक्षा अधिनियम 1921 के प्रस्तर 86(1) में वर्णित उपबंधों तक संशोधित कराने का कष्ट करें। अन्यथा की स्थिति में संगठन को, सड़कों पर संघर्ष के लिए विवश होना पड़ेगा जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व विभाग एवं सरकार पर होगा।

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