आधुनिक युग में हिंदी का महत्व : बढ़ रही मातृ भाषा का महत्त्व



खंड  शिक्षा अधिकारी सोरांव - सुमन मिश्रा


थरवई / हिंदी हम भारतवासियों की मातृ भाषा है जो राजभाषा से राष्ट्रभाषा का दर्जा व्याप्त है। हिन्दी दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है वहीं हमारे भारत देश की पहचान है हिंदी जो दूर - दूर तक कई देशों में साथ ही सभी विद्यालयों महाविद्यालयों में यह भाषा सिखाई व पढ़ाई जाती है साथ ही साथ बोलने में भी प्रयोग की जाती है। यह दिवस 14 सितंबर को पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है जो वर्तमान समय में हिंदी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भारत में हिन्दी भाषा सबसे अधिक बोली जाती है हिन्दी दिवस पर सभी शिक्षण संस्थानों व संगठनों में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है इस दिन पूरे भारतवर्ष में हिन्दी भाषा के प्रति जागरूकता और प्रचार प्रसार के लिए किया जाता है, हिन्दी अपनी इस मात्र भाषा को 1949 में केंद्रीय सरकार की बैठक में राज्य भाषा का दर्जा दिया गया जिसके पश्चात हिन्दी दिवस मनाने के विचार प्रकट किया गया। हिन्दी भाषा जागरूकता और उसके इस्तेमाल के साथ साथ हिन्दी भाषा का भारत के साथ जुड़ाव को देखकर 1965 में हिन्दी भाषा को भारत की राष्ट्रभाषा घोषित की गई। हिन्दी दिवस के दिन बड़े पैमाने पर समारोह का आयोजन किया जाता है जिसमें अलग अलग प्रकार के कृति को प्रस्तुत किया जाता है।  हिंदी भाषा में बहुत सारे साहित्यकारों ने अतुल्यनीय कार्य किया है जिन्हें हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर सरकार की तरफ से पुरस्कृत किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण दिवस है जिसका मुख्य उद्देश्य पूरे भारतवर्ष में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और हिंदी साहित्य के प्रति जागरूकता फैलाना है। मुख्य रूप से यह दिवस अलग-अलग संस्थानों के द्वारा मनाया जाता है। जैसा की वर्तमान समय में देखा जा रहा जिस तरह से डिजिटल के नए नए आयाम आ रहे आज उसी क्रम में हिन्दी दिवस को लोग सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार प्रसार कर हिन्दी अपनी मातृ भाषा है को याद करते हुए मनाया जा रहा है। भाषाओं और विविधताओं के बीच हिंदी वह भाषा है जो हिंदुस्तान को जोड़ती है सभी राज्यों में बसे जनमानस को हिंदी के महत्व से जागरूक करने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है जो वर्तमान अपनी इस मातृ भाषा का विशेष महत्व है जो भारत देश के साथ अन्य देशों में भी हिन्दी भाषा का प्रयोग किया जाता है। आज वर्तमान में अपनी इस मातृ भाषा को बहुत ही अहम् भूमिका मानी जाती है। जिसका विशेष महत्व है। खंड शिक्षा अधिकारी सोरांव सुमन मिश्रा ने बताया की हिन्दी हमारी मातृ भाषा है।

   कृष्ण मोहन मौर्या ( सच खबरें )

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