नोडल अधिकारी के दौरा का सच तलाशती यह रिपोर्ट,कागजी बाजीगरी का खेल या कुछ और क्योंकि समस्या है जस की तस



जौनपुर । जनपद के नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास के रवीन्द्र नायक गत तीन दिनों से जौनपुर में प्रवास करते हुए संचारी रोगो से जन मानस के बचाव हेतु जिले के शहर से लगायत गांव तक की साफ सफाई का निरीक्षण कर रहे हैं। सरकारी विज्ञप्ति को माने तो इस तीन दिन में प्रमुख सचिव को कहीं भी साफ सफाई सन्तोष जनक नहीं मिली हर जगह साहब ने हिदायत दी और फटकार लगाया लेकिन अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ दन्डात्मक एक्शन नहीं लिया। इस तरह यह निरीक्षण क्या संकेत देता है अनुमान लगाना कठिन नहीं है। सच तो यह है कि सब कुछ कागजी बाजीगरी का खेल एवं थैली भरने की एक रणनीति नजर आ रहा है। 
बतादे  प्रमुख सचिव/ नोडल अधिकारी जौनपुर के रवीन्द्र नायक जी ने गत 9 जुलाई को शहरी क्षेत्र में हुसेनाबाद सरकारी कालोनी जहां पर सरकारी कर्मचारी ही रहते हैं। उसका निरीक्षण करने पहुंचे वहां पर बूचड़ खाना देखा और जर्जर सड़क भी देखा लेकिन केवल नगर पालिका के ईओ को फटकार लगाया और कहा कूड़ा स्थल पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराये जैसा कि सरकारी विज्ञप्ति में है यह नहीं कहा कि कालोनी को कूड़ा घर न बनाया जाये, जिला प्रशासन को यह भी नहीं कहा कि कालोनी को स्वच्छ सुन्दर बनाया जाये यहाँ की जर्जर सड़क बनायी जाये इसके लिए  बजट की व्यवस्था किया जाये ऐसा निर्देश दिया जाना जरूरी नहीं समझा है। 
इसके बाद मतापुर दलित बस्ती में गये वहां भी बहती नालियों से सामना हुआ लेकिन वही रटी रटायी बात छिड़काव कराये नाली बनेगी या नहीं इसकी चर्चा नहीं किया न ही कोई निर्देश ही दिया है। हां कागज पर दौरा हो गया और नौकरी पक्की हो गयी गरीब जनता जैसे बूचड़ खाने में पड़ी है रहे संचारी रोगो से मरती रह अधिकारी की बला से  , उनकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। 
इसी तरह प्रमुख सचिव जी  10 जुलाई  को पूरे लाव लश्कर के साथ जिसमें सीडीओ सहित जिले के तमाम अधिकारी गण मौजूद रहे सभी को लेकर विकास खण्ड सोंधी  और सरायख्वाजा का निरीक्षण किया यहाँ भी समस्याओं के निदान की योजना बनाने के बजाय केवल अपने भ्रमण की पुष्टि करने का पूरा ध्यान दिया खड़न्जा नाली आदि पर ध्यान नहीं सफाई की बात किया सफाई भी हर जगह एक दम खराब स्थिति में मिली इसका मतलब साफ है कि गांव में तैनात सफाई कर्मी काम नहीं कर रहे हैं तो उनके खिलाफ कोई एक्शन का आदेश डीपीआरओ अथवा सीडीओ को नहीं दिया। 
भ्रमण के तीसरे दिन 11 जुलाई को प्रमुख सचिव ने पूरी सरकारी टीम के साथ नगर पालिका क्षेत्र स्थित कोतवाली चौराहा शहर के कई गली मुहल्ले देखे वहां पर टूटी नालियों के मरम्मत पर कोई बात नहीं किये  केवल गन्दगी और एन्टी लार्वा छिड़काव का पुराना आदेश जारी कर दिया। इसके बाद शहर को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेनेटाईजर करने का निर्देश दिया। साथ ही पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बने कोविड 19 अस्पताल का निरीक्षण किया यहाँ पर ठीक हुए 13 मरीजों को डीएम के साथ  घर के लिए विदा किये लेकिन अस्पताल में मरीजों द्वारा बतायी गयी समस्याओं को दूर करने के प्रति रूचि नहीं दिखाया है। हां सामान्य रूप से अपने दौरे को पूरा करने का प्रयास किया। संचारी रोगो से बचाव के निर्देश तो खूब दिये लेकिन व्यवस्था की कोई चर्चा न करना इतना तो संकेत करता है कि सब कुछ कागजी बाजीगरी का खेल किया जा रहा है। 
प्रमुख सचिव/ नोडल अधिकारी जौनपुर के रवीन्द्र नायक के दौरे मे लगातार सीडीओ  अनुपम शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश कुमार, अर्थ एवं संख्या अधिकारी आर.डी. यादव सीआरओ सूनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
         

Comments

Popular posts from this blog

धनंजय सिंह को जौनपुर की जेल से बरेली भेजने की असली कहांनी क्या है,जानिए क्या है असली खेल

धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली जेल भेजा गया

बाहुबली नेता धनंजय सिंह की जमानत याचिका में स्थगन के मुद्दे पर न्यायाधीश की तल्ख टिप्पणी पर जानें क्या निकाले जा रहे है मायने