ठगों से बचने के लिए एसपी की सलाह, साइबर सेल ने वापस कराये दो लाख रुपये


जौनपुर । पुलिस विभाग की साइबर सेल ने आनलाइन ठगी का शिकार हुए पीड़ितों के खाते में 2 लाख रूपया वापस कराया है। इस संदर्भ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़ितों ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनको फोन कर धोखाधड़ी करते हुए खाते/एटीएम का डिटेल प्राप्त कर खाते से पैसा निकाल लिया गया है।  प्रकरण की जांच पुलिस अधीक्षक जौनपुर द्वारा साइबर सेल को दी गई। साइबर सेल द्वारा मामले की गंभीरता से जांच व लाभप्रद कार्यवाही करते हुए  प्रथम आवेदक को रुपया 99980,  द्वितीय आवेदक को  48100 रुपया एवं तृतीय आवेदक को 52000 रुपये की बड़ी रकम को वापस कराया। अपने पैसे वापस पाकर पीड़ितो ने पुलिस अधीक्षक जौनपुर को धन्यवाद दिया।
साइबर ठगों द्वारा ठगी का तरीका
ठग ने आवेदिका प्रथम द्वारा यूपीआई एक्टीवेसन के लिए गूगल पर यूपीआई कस्टमर केयर नम्बर सर्च कराया जहां से आवेदिका को एक मोबाइल नम्बर प्राप्त हुआ जो साइबर ठग का था। जिसपर आवेदिका नें फोन कर अपना यूपीआई एक्टीवेट करनें हेतु प्रोसिजर जानना चाहा तो उधर से आवेदिका को एक लिंक मैसेज किया गया तथा उनसे बोला गया कि यह लिंक से आप एनीडेक्स ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लीजिये तथा उसका पासवर्ड पूछकर उनके मोबाइल में  रिमोटली एक्सेस करते हुए उक्त साइबर ठग ने आवेदिका के खाते से सारे पैसा उड़ा लिये।
 इसी तरह आवेदक द्वितीय को एक अज्ञात नम्बर से फोन आया जिसपर आवेदक के पुत्र से बात कर फोन करनें वाला व्यक्ति अपने आपको बैंक प्रबंधक बताते हुए बताया कि आपका एटीएम बंद हो जायेगा आप उसे अपडेट कराइये जिसके झाँसे में आकर आवेदक के पुत्र नें आवेदक के एटीएम की सारी डिटेल फोन पर शेयर कर दी जिससे साइबर ठग नें आवेदक के खाते से रूपया 48010 रूपया उड़ा लिया। आवेदक तृतीय के गूगल खाता से धोखा धड़ी कर साइबर ठगों ने आनलाइन गेमिंग कम्पनी से गेम की खरीददारी कर दो बार में रूपया 52000 का आन लाइन पेमेंट किया गया।
पुलिस अधीक्षक जौनपुर का साइबर ठगी से बचनें हेतु आमजन को संदेश देते हुए कहा कि  किसी भी कम्पनी का कस्टमर केयर नम्बर उस कम्पनी के आधिकारिक वेवसाइट से ही प्राप्त करें क्योंकि आजकल साइबर ठगों द्वारा अपने नम्बरों को विभिन्न आनलाइन कम्पनियों के कस्टमर केयर के नाम से गूगल पर अपडेट किया गया है। कोई भी बैंक अधिकारी फोनपर कभी भी आपसे एटीएम, खाते क्रेडिड कार्ड अन्य से सम्बन्धित जानकारी नहीं मांगता इसलिए कभी भी फोन काल पर अपने बैंक से सम्बन्धित जानकारी शेयर ना करें। किसी भी क्यूआर कोड से पेमेंट लेते/देते समय यह अवश्य चेक करें कि क्यूआर कोड पेमेंट रिसीव करनें वाला है अथवा पेमेंट करने वाला है।

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