जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भाजपा का अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं, कहीं जौनपुर गठबंधन की भेंट तो नहीं ?



आज से नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू, सपा प्रत्याशी ने दो सेट में खरीदा पर्चा, लड़ाई कहीं सपा बनाम धनन्जय सिंह तो नहीं होगी?

जौनपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के तहत आज 23 जून  से नामांकन फार्म की खरीद शुरू हो गयी है। अब तक इस पद के लिए समाजवादी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी नीशी यादव पत्नी जीतेन्द्र यादव एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती यादव की बहू राजनैतिक दल से चुनाव की इस जंग में सामने आयी है और दो सेटो में नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। लेकिन अभी तक सत्ता धारी दल भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी मैदान में नहीं है लेकिन दावे तो कई लोग कर रहे है। वहीं अब यह भी खबर वायरल हो रही है कि सायद भाजपा खुद चुनाव लड़ने के बजाय अपने गठबंधन वाले अपना दल को 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए साधने हेतु जौनपुर के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी दे सकती है। ऐसी दशा में सपा का सामना अपना दल से हो सकता है। 
यहां बता दें कि जनपद का प्रथम नागरिक बनने के लिए सपा प्रत्याशी निशी यादव के अलांवा पूर्व सांसद एवं बाहुबली नेता घनन्जय सिंह की पत्नी श्री कला सिंह रेड्डी चुनाव मैदान में अभी तक तो निर्दल ताल ठोंक रही है। साथ ही यह भी खबर आ रही है कि धनन्जय सिंह और अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल व्यक्तिगत सम्बन्ध भी है ऐसी दशा में श्रीकला सिंह रेड्डी पत्नी धनन्जय सिंह अपना दल की प्रत्याशी भी हो सकती है। हलांकि यह भी खबर वायरल हो रही है कि अनुप्रिया पटेल से भाजपा नेताओ से बात हो चुकी है ग्रीन सिगनल भी मिल चुका है। अगर यह हुआ तो जो भाजपा धनन्जय सिंह का विरोध करती रही क्या वह चुनाव में साथ नजर आयेगी। इतना तो तय है कि किसी दल से टिकट मिले न मिले श्री कला सिंह रेड्डी पत्नी धनन्जय सिंह चुनाव हर हाल में लड़ेगी। 
भाजपा से टिकट पाने की प्रत्याशा में धनन्जय सिंह के प्रबल विरोधी पूर्व सांसद हरिवंश सिंह की पुत्र बधू नीलम सिंह सदस्य बनने के बाद से ही जिला पंचायत सदस्यों को रिझाने में जुटी हुई है इसके अलांवा संदीप सिंह जलालपुर अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर भाजपा जौनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अपना दल को देती है तो हरिवंश सिंह एवं संदीप सिंह दोनों के अरमानो पर पानी फिर जायेगा। ऐसी दशा चुनाव सीधे धनन्जय सिंह बनाम सपा हो सकता है। 
भाजपा द्वारा आज तक अपना अधिकृत प्रत्याशी चुनाव मैदान में न घोषित करने से वायरल खबरों को बल मिलता नजर आ रहा है। हलांकि जिला पंचायत के सदस्य संख्या में सपा विचार धारा के सदस्यों की संख्या आधे से अधिक होने के कारण माना जा रहा है कि अगर सपा में भितरधात न हुई तो परिणाम सपा के पक्ष में नजर आ सकता है हां यदि पार्टी जनों द्वारा गद्दारी की गई तो परिणाम अप्रत्याशित कुछ भी संभव हो सकता है। 

Comments

Popular posts from this blog

गयादीन विश्वकर्मा इण्टर कालेज के विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षा में बच्चों ने लहराया परचम

जालसाज़ी के आरोप में जेल में बंद एक बंदी की मौत

जौनपुर पुलिस व एसटीएफ लखनऊ की बड़ी कामयाबी, 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार