जानिए सरकार की किस महत्वाकांक्षी योजना में यूपी के अन्दर जौनपुर पहुंचा दूसरे पायदान पर


जौनपुर। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जनपद प्रदेश में दूसरे पायदान पर है। इसके तहत जिलेभर में 1705 बच्चों को ढाई हजार रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है। इसका लाभ अनाथ व माता-पिता में किसी एक की मृत्यु के बाद दिया जाता है। प्रदेश में बरेली जनपद दो हजार से अधिक पेंशन देकर पहले पायदान पर काबिज है। जौनपुर को छोड़ दिया जाए तो पूर्वांचल का कोई अन्य जिला टॉप-10 में भी शामिल नहीं है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत जुलाई 2021 में द्वितीय कोरोना संक्रमण काल के दौरान शुरू की गई। योजना के तहत कोविड-19 महामारी के दौरान अपने माता-पिता व संरक्षकों को खोने वाले बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा व संरक्षण का जिम्मा सरकार ने उठाया है। जिसके तहत इस योजना के तहत नौनिहालों के जीवन में नए उत्साह, उमंग का संचार किया। इस योजना के तहत ढाई हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा, जब तब बालक-बालिका 18 वर्ष के नहीं हो जाएंगे। इसके अलावा भी उन्हें अन्य सहायता दी जाएगी, जैसे अटल आवास योजना के तहत बने भवनों में यदि वह पढ़ाई करना चाहते हैं तो उन्हें इसकी सुविधा दी जाएगी। कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ने की सुविधा दी जाएगी। ढाई हजार की आर्थिक सहायता बच्चों के खाते में भेजी जाती है। इसमें बच्चों के नामित संरक्षक अभिभावक ही रुपये की निकासी कर सकते हैं।
पूर्वान्चल के जनपद आजमगढ़ व वाराणसी में 390 बच्चों को सहायता देकर क्रमश: 28 वें व 29 वें पायदान पर, मऊ 346 बच्चों को सहायता देकर 34 वें, चंदौली 206 बच्चों को सहायता देकर 61 वें, मिर्जापुर 204 बच्चों को सहायता देकर 63 वें, बलिया 163 बच्चों को सहायता देकर 69 वें, सोनभद्र 52 बच्चों को सहायता देकर 74 वें स्थान पर है।
एक नजर टॉप-3 जनपद :-
-बरेली में 2072
-जौनपुर में 1705
-बुलंदशहर में 1008
जिला प्रोबेशन अधिकारी के मुताबिक अभी तक मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जिले में 1705 बच्चों को आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसमें शासन से कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है। जनपद जौनपुर प्रदेश में दूसरे पायदान पर है।

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