अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण के खिलाफ अब भगवान बुद्ध के अनुवायी, राष्ट्रपति को दिया ज्ञापन



         जौनपुर । अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण के खिलाफ अब भगवान बुद्ध के अनुवायी विरोध शुरू कर दिये हैं। आज मन्दिर निर्माण हेतु हो रही खुदाई एवं समतली करण का विरोध करते हुए भारतीय शूद्र संघ उप्र के लोगों ने यहाँ पर जरिए जिलाधिकारी महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को एक ज्ञापन दिया है जिसमें कहा है  कि राम मन्दिर का निर्माण किसी अन्य स्थल पर किया जाये। भगवान बुद्ध के सीने को न चीरा जाये। 
अपने पत्रक में शूद्र संघ के लोगों ने कहा है कि अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण के लिए खुदाई के दौरान 2000 वर्ष पुराना शिलालेख, धम्मचक्र भगवान बुद्ध की मूर्तियां, बौद्ध कालीन अवशेष  आदि मिल रहे है जिससे यह साफ हो गया है कि जहां पर मन्दिर निर्माण की प्रक्रिया चल रही है वह स्थल भगवान बुद्ध का है। इस लिए यहाँ पर मन्दिर निर्माण न किया जाये बल्कि इस स्थल को पुरातात्विक स्मारक घोषित कर दिया जाये।
ज्ञापन देने वालों में शूद्र लाल प्रताप यादव, पूनम मौर्या, एस बी यादव,  अशोक कुमार, मुकेश यादव, अजय मौर्य, राम बाबू मौर्य, साहब लाल, अरविंद राव,विजय मौर्य, अनिरुद्ध, शेषमणी, विनय यादव आदि बड़ी संख्या में भगवान बुद्ध के अनुयायियों  ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को अपना मांग पत्र भेजते हुए उस पर गम्भीरता से विचार करने का आग्रह किया है।  साथ चेतावनी भी दिया है कि यदि राष्ट्रपति ने हमारी मांग को अनसुनी किया तो बड़े पैमाने पर जनान्दोलन संभव है।  

Comments

  1. भारत की प्राचीन श्रमण संस्कृति की म तथागत बुद्ध मजबूत विरासत है। भारत के कण-कण में सिर्फ बुद्ध है । चाहे तो कुदला से चीरा लगाकर देख लो ?

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