हमारे परिवार में कभी मनमुटाव था ही नहीं, शिवपाल और अखिलेश जानें कैसे हुए एक



प्रदेश की राजनीति में मुलायम परिवार में चाचा शिवपाल सिंह यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच पांच साल पहले बनी दूरियां कुछ कम होने लगी हैं। इधर लगातार दोनों तरफ से मेल मिलाप के संकेत मिल रहे हैं। आज एक बार फिर अयोध्या में समाजवादी पार्टी से अलग होकर प्रासपा बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हमारे परिवार में कभी मनमुटाव नहीं रहा। उन्होंने कहा कि मनमुटाव का सवाल ही नहीं, न पहले कभी पहले ऐसा था और न आज है। अयोध्या में साधु संतो से आशीर्वाद लेने पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि आज हमने यहां पर अपने पुराने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा है। मीडिया से बातचीत में उन्होनें कहा कि हमने गैर भाजपा वाद का नारा दिया था जिस पर वह अब भी कायम हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने एक भी विकास का काम नहीं किया है। अयोध्या का भी यही हाल है। वर्षों पहले जैसी अयोध्या थी वैसी ही आज भी है।
उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष के हम सभी दल एक हो जाएं तो भाजपा को हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में संतों का आशीर्वाद लेकर जा रहा हूं और अगले विधानसभा चुनाव में जीत के बाद फिर यहां आऊंगा। उल्लेखनीय है कि अभी एक सप्ताह पहले ही मुलायम परिवार में हुए एक विवाह समारोह में भी पूरा परिवार एकत्र हुआ था। इस कार्यक्रम के दौरान शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव एक ही मंच पर परिवार समेत फोटो भी खिंचाई थी। कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव एवं शिवपाल यादव परिवार सहित मौजूद रहे। बारात का स्वागत-सत्कार पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के पिता अभयराम सिंह यादव ने किया। उसके बाद सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव परिवार ने भी वर-वधू को आशीर्वाद दिया।

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