एक वृक्ष का मूल्य जानें ,जीवन के लिए वृक्ष है अनमोल - डॉ अखिलेश्वर शुक्ला





जौनपुर राजा श्री कृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों एवं स्वयंसेवकों की उपस्थिति में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम पर एक गोष्ठी आयोजित कर वृक्षारोपण कार्यक्रम को संपन्न कराया गया। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के पांचों इकाइयों ने यह निर्णय लिया कि केवल वृक्ष लगाने की औपचारिकताएं पूरी न करके रोपित वृक्षों को सुरक्षित रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य कैप्टन (डॉ0) अखिलेश्वर शुक्ला ने कहा कि प्रकृति प्रदत्त वृक्ष मानव जीवन के लिए उतना ही आवश्यक है, जितना जीने के लिए भोजन एवं पानी आवश्यक है। एक वृक्ष का मूल्य यदि आंका जाए तो प्रत्येक वर्ष लगभग 74 हजार रुपए का अक्सीजन उत्सर्जन करता है। कुछ ही वर्षों में एक वृक्ष का मूल्य करोड़ों का हो जाता है। ऐसे वृक्ष जीवन के लिए अनमोल हैं। वृक्ष लगाने मात्र से ही नहीं बल्कि सुरक्षित रखने पर ध्यान देना चाहिए। प्रत्येक वर्ष करोड़ो वृक्ष लगाए जाते हैं लेकिन सुरक्षित नहीं रह पाते।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मुख्य अनुशास्ता डॉ0 सुधा सिंह ने कहा कि वृक्ष सनातन काल से पूज्यनीय है, यह संस्कार में है कि इसका अनादर न हो, इसके लिए वृक्षों की सुरक्षा आवश्यक है।
दल नायक उत्तर प्रदेश उत्तराखंड एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 संतोष पाण्डेय ने कहा कि कोरोना काल ने आॅक्सीजन के महत्व को समझा दिया है। जिसका एक महत्वपूर्ण स्रोत वृक्ष है।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश शासन ने यह लक्ष्य रखा है कि जितनी जनसंख्या उतने वृक्ष लगाए जाए, इसकी सफलता तभी संभव है जब लगाए गए पेड़ सुरक्षित रहें। इसके लिए महाविद्यालय के पंाचों इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारी एवं स्वयंसेवकों ने स्वेच्छा से वृक्षों को गोद लेने का निर्णय लिया, जिसके तहत जगह का निर्धारण स्वयं सेवकों ने स्वयं किया।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 श्याम सुंदर उपाध्याय ने किया। स्वागत डॉ0 रागिनी राय ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 राजेंद्र सिंह ने किया।
इस अवसर पर डॉ0 ओम प्रकाश दुबे, डॉ0 सुधाकर शुक्ला, डॉ0 देवमणि दुबे, डॉ0 संजय सिंह, कार्यालय अधीक्षक, लेखाकार सुधाकर मौर्य, सौरभ उपाध्याय, मनोज बहेलिया, शशिकांत स्वयंसेविका सोनल, आरती, चांदनी, प्रीति, निधि, किरण, जागृति स्वयंसेवक आफताब, रौनक गौतम उपस्थित रहे।
 

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