पूर्व सांसद धनन्जय सिंह भगोड़ा घोषित,आदेश वायरल होते ही जिले की सियासत में आया भूचाल


जौनपुर। पूर्व सांसद एवं बाहुबली नेता धनन्जय सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपने पत्नी की जीत दर्ज कराके जश्न भी पूरी तरह नहीं मना सके कि आज न्यायपालिका ने उनके उनके खुशियों पर पानी फेरते हुए कानून का एक डन्डा फिर चला दिया एक आदेश के जरिए पूर्व सांसद को लखनऊ में हुए अजीत सिंह हत्याकाण्ड में भगोड़ा घोषित कर दिया है खबर वायरल होते ही जनपद के सियासी गलियारे में बेचैनी बढ़ने के साथ ही समर्थको में दहशत की स्थित नजर आने लगी है।
यहां बता दें कि जनपद मऊ के पूर्व जेष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या लखनऊ स्थित थाना विभूति खण्ड क्षेत्र के उदय टावर के पास कठौता चौराहा पर रात में सरे बाजार गोलियों से भून कर मौत के घाट दिया गया था। इस घटना के बाबत थाने में मुअसं. 15/21 से धारा 302, 307, 201, 212, 34 एवं 120बी  के तहत मुकदमा पंजीकृत है इस हत्याकांड में हत्यारे बदमाशों के बयान पर बिवेचक ने पूर्व सांसद को अभियुक्त बनाया । इसके बाद कई बार जौनपुर सहित प्रदेश में पूर्व सांसद के ठिकानो पर छापा मारी किया गया। लेकिन पुलिस के हाथ नहीं लगे  इधर अपने पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़वा कर अध्यक्ष बनाने में सफल रहे।
इस चुनाव को जीतने के बाद एक बार फिर जनपद की सियासत में पूर्व सांसद धनन्जय सिंह का रूतबा बढ़ रहा था कि तभी कोर्ट का कानूनी डण्डा चल गया। आज पूर्व सांसद धनन्जय सिंह भगोड़ा घोषित हो गये है। कोर्ट के इस आदेश का क्या असर होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन कोर्ट के इस तरह के आदेश ने जिले के सियासी इलाको में भूचाल ला दिया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जितने के बाद जनपद में यह भी चर्चा रही कि पूर्व सांसद धनन्जय सिंह के बढ़ते रसूख का असर क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव में भी नजर आ सकता है लेकिन कोर्ट का आदेश वायरल होते ही अब दूसरे तरह की चर्चायें होने लगी है। अब देखना है कि कोर्ट का असर धनन्जय सिंह पर कितना असर कारी होता है।


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