केन्द्रीय मंत्री ने जब पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाया सवाल,कटघरे में नजर आई यूपी सरकार
मोदी सरकार की केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक अपराधिक घटना के जरिए प्रदेश की पुलिस व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जी हां मिर्जापुर जिले के विंध्याचल थाना क्षेत्र के कुरौठी पांडेय गांव में पिटाई से घायल कार्यकर्ता से मिलने 19 नवम्बर मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल अस्पताल पहुंचीं। इस दौरान उन्होने अभी तक हमलावरो पर कार्रवाई न होने पर केन्द्रीय मंत्री पुलिस अधिकारियों पर भड़क गईं। मुकदमा दर्ज न होने पर जमकर फटकार लगाया। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली को सवालो के कटघरे में खड़ा किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब मां कह रही है कि बच्ची को उठा ले जा रहे थे। इतनी गुंडागर्दी हो गई है। 24 घंटे होने को है। कोई कार्रवाई नहीं हुई। न मुकदमा हुआ न मेडिकल हुआ। लग रहा है इसको मर जाना चाहिए था तब शायद पुलिस जागती। यह शर्म की बात है। इस तरह कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया। विंध्याचल पुलिस को ड्रग्स बेचवाने से फुर्सत नहीं है। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि घायल पार्टी कार्यकर्ता है।
विंध्याचल थाना क्षेत्र निवासी कार्यकर्ता के घर में घुस कर लोगों ने शराब पी। मना किया तो पुत्री को उठा कर ले जाने लगे। पिता ने विरोध किया तो पिता को मार-मार कर उसका सिर फोड़ दिया। मां की हड्डी-पसली तोड़ दिया। इतनी शर्मनाक बात है कि अभी तक हमारी पुलिस सो रही है।
अनुप्रिया ने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए बयान दिया और कहा कि उत्तर प्रदेश और देश की सरकार जीरो टालरेंस पर काम करने की बात करती है। बहू व बेटी के साथ किसी भी तरीके का अमर्यादित आचरण बर्दास्त नहीं करेंगे। इसके बाद ये हालत है। दो घंटे का समय दे रही हूं। कार्रवाई नहीं हुई तो मुख्यमंत्री के पास मामला पहुंच जायेगा।
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