मछलीशहर पड़ाव हादसे की निष्पक्ष जांच एवं कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन धरना शुरू
जौनपुर में हृदयविदारक हादसाः नाले में गिरने और करंट लगने से तीन लोगों की मौत, प्रशासन पर उठे गंभीर सवाल
यह घटना सीधे तौर पर स्थानीय प्रशासन, नगर पालिका और विद्युत विभाग की लापरवाही को उजागर करती है। अगर इन विभागों ने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभाई होती, तो इन लोगों की जान बचाई जा सकती थी। इस मामले में यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जांच की जिम्मेदारी उन्हीं अधिकारियों को सौंपी गई है, जिनकी लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। इससे निष्पक्ष जांच की उम्मीद कम है।
इस घटना के बाद, धर्म रक्षा आंदोलन के संयोजक चंद्रमणि पांडेय ने मुख्यमंत्री से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए यह मामला किसी स्वतंत्र एजेंसी, जैसे सीबीआई, को सौंपा जाना चाहिए। साथ ही, जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया जाए।
चन्द्रमणि पाण्डेय ने पीड़ित परिवार के पक्ष में न्याय के लिए आज से धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। यह दुःखद घटना यह दर्शाती है कि सरकारी विभागों में जवाबदेही की कितनी कमी है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं फिर से हो सकती हैं। पीड़ित परिवारों को न्याय मिले और जनता का प्रशासन पर विश्वास बहाल हो, इसके लिए मुख्यमंत्री से इस मामले में तुरन्त हस्तक्षेप करने की अपील की गई है। इस अवसर पर डॉ श्रीपति सिंह,योगेश द्विवेदी,प्रवीण शुक्ला,राम नगीना यादव,सुदामा उपाध्याय,पंकज गुप्ता,संजय शुक्ल,प्रमोद श्रीवास्तव,विजय मिश्रा,चंद्र प्रकाश अस्थाना ,अमरेश पांडे आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।
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