जौनपुर में ओमप्रकाश राजभर ने दिया यह संकेत, सुभासपा अध्यक्ष का सपा से रार तो बसपा से गठबंधन पर जोर



जौनपुर। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर अब अपने बयान के जरिए खुद को सही साबित करने और अखिलेश को गलत साबित करने में जुटे हुए है। रविवार को जौनपुर स्थित एक इन्टर कालेज में सुभासपा के युवा मोर्चा के युथ कार्यकर्ताओ की मिटिंग में भाग लेने आये थे यहां पर मीडिया से रूबरू होने पर अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। राजभर ने कहा कि यूपी में एसी की राजनीति की हवा खराब हो गई है। 

एसी आराम करने के लिए बनाई गई थी। लेकिन, यूपी में कुछ नेताओं को एसी की हवा रास आ गयी है। 
उन्होंने  साफ कहा कि गठबंधन टूट चुका है, उन्होंने तलाक दिया हमने कबूल कर लिया है।अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल और भाभी अपर्णा यादव तक को नहीं संभाल पाए।  अखिलेश अगर अपने परिवार को नहीं संभाल पा रहे हैं तो हमें कहां से संभालेंगे. वो अपने सामने किसी की नहीं सुनते हैं।
उन्होंने कहा हम पिछड़ो दलितो और वंचित समाज के हित की लड़ाई लड़ने के लिए सपा के साथ गठबंधन किये थे। वहां जाने के बाद महसूस हुआ कि यहां पर उपेक्षित समाज की लड़ाई नहीं लड़ी जा सकेगी। क्योंकि चुनाव के समय हमने पिछड़े दलित वंचित समाज के लोंगो को टिकट देने को कहा लेकिन नहीं दिये उसी समय हमने कह दिया कि सरकार नहीं बनेगी क्योंकि जो वोटर वोट करता है उसे टिकट ही नही दिया जा रहा है।वहीं से दोंनो के बीच खटास आ गयी थी फिर भी हमने पूर्वांचल में शाख बचाने के लिए प्रयास किया।
2022 का चुनाव बीतने के बाद हम 2024 के चुनाव की तैयारी के लिए कई बार कहे तो बोले दबाव न बनाये हम चाहते थे गठबंधन 24 में अच्छा प्रदर्शन करे वह अखिलेश को अच्छा नहीं लगा उन्हे जी हजूरी पसंद नेता चाहिए जो हमसे नहीं होगा अब हम अलग हो गये है और बसपा से गठबंधन की बात की जायेगी। महंगाई और बेरोजगारी मुद्दे पर चुप्पी साधने के सवाल पर बस इतना कहा कि मै ही सबसे अधिक बोलता हूँ , महगाई और बेरोजगारी मुद्दे  को को लेकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन न करने के सवाल पर वे कन्नी काट गए। 
राजभर ने कहा कि अकेले कोई पार्टी सरकार नहीं बना सकती है हमको भी कहीं ना कहीं गठबंधन करना है।  पार्टी नेताओं और विधायकों से राय लेंगे तथा कुछ पार्टी के नेताओं की राय और उनको व्यक्तिगत रूप से लगता है कि बसपा से बात करनी चाहिए। आज़मगढ़ उपचुनाव में बसपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है। 
ओमप्रकाश ने कहा कि मायावती अखिलेश यादव से ज्यादा क्षेत्र में रहती हैं।  चुनाव में अखिलेश यादव टिकट देने में भी पक्षपात करते थे. सुबह से लेकर शाम तक अलग-अलग लोगों को टिकट दिया करते थे।  निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद की तरफ से एनडीए में आने की बात पर ओमप्रकाश राजभर ने तीखा व्यंग कसा , उन्होंने कहा कि संजय निषाद भारतीय जनता पार्टी के मालिक नहीं है।
यहां बता दे कि ओमप्रकाश राजभर का गठबंधन किसी भी दल से लम्बे समय तक नहीं चल सका है। ओम प्रकाश राजभर ने पहले भाजपा से गठबंधन किये और फिर सीएम योगी पर पिछड़ा दलित विरोधी आरोप लगाते हुए सत्ता से बाहर हुए गठबंधन खत्म कर लिए विधान सभा के चुनाव में सपा से गठबंधन किये कुछ माह के भीतर ही खटास पैदा कर लिए और गठबंधन टूट गया अब बसपा से गठबंधन की तैयारी बता रहे है। 

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