आखिर माफियाओ को मिट्टी में मिलाने वाली पुलिस उनकी पत्नियों को पकड़ने में नाकाम क्यों है?

यूपी के अन्दर पुलिस माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। कई अपराधी मुठभेड़ में मारे गए तो कुछ जेल की सलाखों के पीछे जा चुके हैं। इस दौरान ऐसे भी मामले सामने आए जहां पुलिस माफियाओं की पत्नियों को पड़कने में नाकाम रही है। 
हाल ही में लखनऊ में कोर्ट रूम के अंदर गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या हो गई। जीवा की पत्नी पायल फरार है। इससे पहले माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी भी फरार हैं। 
शाइस्ता, जैनब, असफां के बाद फरार होने वालों में नया नाम पायल का है। चारों कब से फरार हैं, कितने का इनाम है, इनपर क्या-क्या आरोप हैं? आइये जानते हैं...
प्रयागराज में इसी साल 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई थी। 25 फरवरी को उमेश की पत्नी ने अतीक, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटे, गुड्डू मुस्लिम, उस्मान समेत अतीक के कई अज्ञात गुर्गों और सहयोगियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने आरोपियों पर इनाम भी घोषित किया था। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम है। 
शाइस्ता पर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का आरोप है। इसके अलावा उस पर फर्जीवाड़े का भी एक मुकदमा दर्ज है। शाइस्ता दोनों मामलों में वांछित है। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद से ही पुलिस फरार शाइस्ता की तलाश में जुटी है। शाइस्ता पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। 
बेटे के एनकाउंटर और अपने शौहर और देवर की हत्या के बाद भी सामने नहीं आई। प्रयागराज से लेकर कौशाम्बी तक शाइस्ता की तलाश में पुलिस ने सैकड़ों गांव में दबिश दी। कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सैकड़ों मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए लेकिन अब तक शाइस्ता का कुछ पता नहीं चला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आखिरी बार उसकी लोकेशन खुल्दाबाद में मिली थी। 

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