बुधवार को विश्विद्यालय में प्रदर्शन करेंगे स्ववित्तपोषित शोध-निर्देशक
पत्र में संघ ने स्पष्ट किया है कि: धरना पूरी तरह शांतिपूर्ण, अहिंसक और अनुशासित रहेगा।
चल रही सेमेस्टर परीक्षाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
धरना स्थल प्रशासनिक भवन के बाहर होगा, जो परीक्षा केंद्रों से दूर है।
छात्र-छात्राओं के हितों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
डॉ. मिश्र ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि , “यदि विश्वविद्यालय प्रशासन वास्तव में धरना नहीं चाहता तो इसका एकमात्र उपाय हमारी सूची और रिक्तियां तत्काल जारी करना है, न कि सेमेस्टर परीक्षा का बहाना बनाकर अनुमति देने से इनकार करना। धरना आयोजन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।”यह पत्र धरने की “अंतिम पूर्व-सूचना” के रूप में कुलसचिव को प्रेषित किया गया है और इसे अभिलेखों में संग्रहित करने को कहा गया है।
ज्ञात रहे कि पिछले कई महीनों से स्ववित्तपोषित शोध-निर्देशक अपनी सूची और रिक्तियों को जारी करने की मांग लगातार कर रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
Comments
Post a Comment