रक्तदान के प्रति समाज को जागरूक करने की जरूरत: डॉ. अंजू सिंह
कैप्टन डॉ. सुरेश सैनी के सम्मान में रक्तदान जागरूकता शिविर
आज ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति के मुख्यालय पर रक्तदान जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से विश्व रिकॉर्ड होल्डर, अब तक 252 बार रक्तदान कर चुके, कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित तथा पद्मश्री हेतु चयनित कैप्टन डॉ. सुरेश सैनी के सम्मान में किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुरेंद्र सैनी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में उपस्थित लोगों को रक्तदान के महत्व के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि दिसंबर 1986 में उन्होंने पहली बार रक्तदान एक गर्भवती महिला की जान बचाने के लिए किया था। इसके बाद उन्होंने इसे जीवन का जुनून और मिशन रक्तक्रांति बना लिया, ताकि किसी भी मरीज को रक्त के अभाव में अपनी जान न गंवानी पड़े।
उन्होंने युवाओं से नशा छोड़ने, नियमित रक्तदान करने तथा “जीते जी रक्तदान, मरने पर अंगदान” का संकल्प लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि रक्त का कोई कृत्रिम विकल्प नहीं है और हर स्वस्थ व्यक्ति वर्ष में कम से कम दो बार रक्तदान कर सकता है।
उनके अनुसार—
“रक्तदान सबसे बड़ा मानवीय दान है, जो किसी अनजान व्यक्ति की भी जिंदगी बचा सकता है।”
समिति की अध्यक्ष डॉ. अंजू सिंह ने कहा कि समाज में अभी भी रक्तदान को लेकर कई भ्रांतियाँ हैं, जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति नियमित अंतराल पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक होकर आगे आएं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएँ, युवाएँ और समाजसेवी मौजूद रहे। अंत में समिति की ओर से कैप्टन डॉ. सुरेश सैनी को सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।
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