कोडीन कफ सिरप के बहुचर्चित मामले का आरोपी भोला जायसवाल जौनपुर में किया गया पेश
कफ सिरप आरोपी के आने की खबर से कचहरी में दिखी हलचल, सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
जौनपुर। कोडीन कफ सिरप का नशे के रूप में इस्तेमाल करने वाले मुख्य सौदागर और यूपी समेत कई अन्य प्रांतो की पुलिस के लिए वांटेड बने मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल के पिता भोला जायसवाल को सोमवार को सोनभद्र जिला जेल से पुलिस की कड़ी निगरानी में जौनपुर लाया गया।जनपद सोनभद्र और जौनपुर पुलिस की कड़ी सुरक्षा में उसे जौनपुर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) श्वेता यादव की अदालत में पेश किया गया।
मामले को बेहद ही गंभीरता से सुनवाई के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने इस मामले को अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन संगीता गौतम की कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने इस बहुचर्चित आरोपित को अपर सिविल जज के कोर्ट नंबर 10 में पेश किया।
जिसके बाद न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जौनपुर पुलिस को रिमांड पर दे दिया।
पांच जनवरी तक यह आरोपित जौनपुर जिला जेल में रहेगा। पुलिस उससे घटना से जुड़े हर पहलुओं पर पूछताछ कर सकती है।
प्रदेश की सियासत में मुख्य केंद्र बिंदु बने कोडिंन कफ सिरप के इस बहुचर्चित मामले में भोला जायसवाल की पेशी को लेकर जौनपुर दीवानी न्यायालय में सुबह से खासी हलचल देखी गई।
हालांकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस पूरे मामले को लेकर बेहद ही चौकन्ना और सुरक्षा के प्रति खासे गंभीर रहे।
उधर जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय की टीम भी शासकीय अधिवक्ता के साथ अदालत में पुरजोर पैरवी के लिए लगी हुई थी।
ड्रग विभाग की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता सुभाष चंद्र त्रिपाठी ने कोर्ट को बताया कि मामले में कोडीन कफ सिरप की खरीद और बिक्री केवल कागजों में दर्शाई गई है। जिन फर्मों के नाम पर लेन-देन दिखाया गया है, वे सभी फर्जी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दस्तावेजों में जिस ट्रक से सप्लाई दिखायी गई है, वह वास्तव में ट्रक नहीं बल्कि ऑटो और बाइक का नंबर है।
अधिवक्ता ने मामले को संगठित तरीके से की गई अवैध गतिविधि बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
शुभम , भोला समेत 14 लोगों के खिलाफ दर्ज है मुकदमा
जौनपुर। यूपी समेत कई प्रदेश की सियासत का मुख्य केंद्र बिंदु बने करोड़ों रुपए के कोडिंन कफ सिरप के इस बहुचर्चित मामले में जौनपुर के जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने नगर कोतवाली में जनपद वाराणसी निवासी शुभम जायसवाल व उसके पिता भोला जायसवाल समेत 14 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
जिला औषधि निरीक्षक श्री पांडेय द्वारा जौनपुर समेत प्रदेश भर में हुए इतने बड़े घोटाले का खुलासा करने पर
प्रदेश शासन ने उन्हें शाबाशी भी दी थी।
जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने यह भी बताया कि इस पूरे खेल में अभी कई और भी लोग जांच के दायरे में आ गए हैं। एसआईटी जांच के बाद इन सभी के खिलाफ बहुत जल्द और भी गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।
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