तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या एवं हो रही मौतों से जौनपुर रेड जोन की ओर अग्रसर



        जौनपुर । देश के महानगरों से ट्रेन, ट्रक, निजी साधन एवं पद यात्रा कर गांवों में जा रहे प्रवासी मजदूरों ने जनपद जौनपुर को अब अरेंज जोन से रेड जोन में पहुंचाने की पूरी संभावना बना दी है। तीन दिन में जनपद के अन्दर कोरोना पाजिटिव मरीजो की संख्या में जबरदस्त बृद्धि हुई है । अब तो कोरोना संक्रमितो की मौतें भी होने लगी है। जिसके कारण अब इस बात की संभावना व्यक्त की जाने लगी है कि जौनपुर रेड जोन घोषित हो सकता है। हलांकि प्रशासन के अधिकारी भी इस आशंका से भयभीत नजर आ रहे है ।
यहाँ बतादे कि कि वर्तमान समय में जनपद के अन्दर कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या 24 पहुंच गयी है। जिसमें जिसमें 8 मरीज ठीक होकर अस्पताल से छोड़े जा चुके है। वहीं जिले में दो करोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी है जिससे पूरा जनपद दहशत के साये में आ गया है । मरने वाले मरीज भी ग्रामीण क्षेत्रों से रहने वाले हैं और मुम्बई से आये थे। 
लाक डाऊन शुरू होने के साथ जिले में एक मरीज  असहद 23 मार्च  को मिला था इसके बाद जमातियो ने जिले में मरीजों की संख्या पांच तक  पहुंचा दिया था। इसके बाद 28 अप्रैल को तीन मरीज कोरोना पाजिटिव मिले इसमें दो मुम्बई से आये थे।  फिर 3 मई को एक मरीज सरायख्वाजा क्षेत्र में मिला जिसे प्रशासन ने हरियाणा भेज दिया। 
इसके बाद 11 मई को मुम्बई से निजी साधन से जौनपुर आये तीन व्यक्तियो को कोरोना संक्रमण मिला  सभी घाट कोपर एवं अंधेरी से आये थे । 13 मई को खुटहन क्षेत्र के शेखपुर सुतौली निवासी सोहन लाल नाविक  और  14  मई को बरसठी क्षेत्र के ग्राम हरिद्वार में अच्छे लाल पटेल कोरोना पाजिटिव पाया गया। इसके बाद  15 एवं 16 मई को तो हद हो गई इस दो दिन में 10 मरीज कोरोना पाजिटिव पाये गये ।
सीएमओ डा रामजी पाण्डेय ने बताया कि सभी मरीजों को तत्काल सरकारी साधन से वाराणसी स्थित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में उपचार के लिए भेज दिया गया है।
जहाँ तक कोरोना पाजिटिव मरीजो को मरने का सवाल है  गत 13 मई को कोरोना से संक्रमित मरीज प्रदीप गौतम निवासी नाथूपुर थाना क्षेत्र जफराबाद  मुम्बई से बजरिये ट्रेन प्रयागराज आया वहां से बस द्वारा जौनपुर की सीमा पर स्थित मुंगराबादशाहपुर में सार्वजनिक इन्टर कालेज में बनाये गये शेल्टर होम में रात्रि को रखा गया अर्ध रात्रि के बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ी और 14 मई की  सुबह  उसकी मौत हो गयी प्रवासी श्रमिक घर भी नहीं पहुंच सका पोस्ट मार्टम के बाद उसका शव घर गया । हलांकि मृतक के जीजा अरविंद ने बयान दिया कि मुम्बई में रहते समय ही प्रदीप बुखार से पीड़ित रहा है। 
इसी तरह सुजानगंज क्षेत्र के  दारूनपुर गांव का निवासी राजकुमार 20 साल सूरत से आया थर्मल स्क्रीनिंग के बाद उसे प्राईमरी विद्यालय दारूनपुर में  रखा गया था  13/14 मई की रात्रि में उसकी तबीयत अचानक बिगड़ी सुबह अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी भी मौत हो गयी ।
इस तरह जनपद में कोरोना संक्रमितो की संख्या में तेजी से बृद्धि एवं मरीजों को मरने से जिले में अफरा तफरी मच गयी है । सरकारी सूचना के मुताबिक अब तक जनपद में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों का आगमन हो चुका है।  जिला प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन के लिए बनायी गयी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा उठी है ऐसे में बाहर महानगरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सीधे होम क्वारंटाइन के लिए घरों को भेज दिया जा रहा है जो गम्भीर संकट का संकेत दे रहा है।

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