दुर्दान्त अपराधी गिरधारी विश्वकर्मा को अब हत्या काण्ड में वाराणसी लाने की तैयारी
लखनऊ में हुई पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपियों पर शिकंजा कसने लगा है। वारदात में शामिल गिरधारी विश्वकर्मा की गिरफ्तारी के बाद अब कई दूसरे मामलों में भी इंसाफ की उम्मीद जगी है। इन्हीं मामलों में से एक है नीतेश सिंह बबलू हत्याकांड। साल 2019 में ठेकेदार नीतेश सिंह बबलू की सदर तहसील के गेट पर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर आरोपी था। दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के बाद ठेकेदार नीतेश सिंह बबलू की हुई हत्या में वांछित गिरधारी विश्वकर्मा की न्यायालय में शुक्रवार को पेशी संभव है।
गिरधारी को तिहाड़ जेल से लाने के लिए अदालत ने वारंट बी जारी किया है। शिवपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय के अनुसार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एसपी यादव की अदालत में इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया गया कि चोलापुर थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव निवासी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर 2019 में हुए नीतेश बबलू हत्याकांड में वांछित है। दिल्ली पुलिस ने बारह जनवरी 2020 को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था, जहां से न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया। तिहाड़ जेल से लाने के लिए उसके विरुद्ध वारंट जारी करने की अपील की गई थी। अदालत ने इस अपील को मंजूर करते हुए गिरधारी विश्वकर्मा के खिलाफ वारंट जारी किया है। उसे 22 जनवरी को तलब किया गया है।
हाल के दिनों में गिरधारी ने वाराणसी और उसके आसपास के इलाकों में कई घटनाओं को ताबड़तोड़ अंजाम था। वाराणसी पुलिस ने उसे गिरफ्तारी करने बहुत कोशिश की लेकिन हर बार वह बच निकला। हालांकि लखनऊ में हुई अजीत सिंह हत्याकांड के बाद वह दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया। ऐसे में वाराणसी पुलिस की उम्मीदें जग गई हैं। नीतेश सिंह हत्याकांड में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इसे लेकर वाराणसी पुलिस की काफी किरकिरी हो चुकी है। लेकिन अब गिरधारी की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस की उम्मीदें जग गई हैं।
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