जौनपुरः बक्शा पुलिस की पिटाई से कृष्णा यादव के मौत की जांच सीबीआई से कराने की उठी मांग

 
जिला स्तरीय मजिस्ट्रियल जांच पर भरोसा नहीं,पुलिस के दबाव में लीपा पोती की संभावना जता रहे हैं जनपद वासी 

जौनपुर।  जनपद के थाना बक्शा पुलिस की पिटाई से युवक कृष्णा यादव उर्फ पुजारी की मौत को लेकर पुलिस अधीक्षक जौनपुर के वायरल वीडियो को लेकर सपा सहित अन्य राजनैतिक दलों एवं जिले के बुद्धिजीवियों की प्रतिक्रियाएं आने लगी है। लगभग हर व्यक्ति सरकारी मशीनरी द्वारा घटना के लीपा पोती की संभावना जता रहा है ।साथ ही सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहा है ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके। 
इस सन्दर्भ में सपा नेता पूर्व मंत्री शैलेन्द्र यादव ललई से बात करने पर उन्होंने कहा कि यह तो सीधे तौर पर पुलिसिया हत्या है। लेकिन पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी वीडियो इस बात का संकेत दे रहा है कि इस घटना की लीपा पोती कर पुलिस वालों को बचाने का काम सरकारी मशीनरी करने की भूमिका बना रही है। मजिस्ट्रियल जांच में वही होगा जो प्रशासन अथवा पुलिस प्रशासन की मंशा होगी। उन्होंने कहा कि इससे कत्तई इनकार नहीं किया जा सकता है कि इस हत्या के पीछे कहीं न कहीं सरकार भी जिम्मेदार है। पुलिस उसे अपराधी बता रही है जिसके खिलाफ आज तक कोई अपराधिक मुकदमा तक नहीं है। लेकिन सपा इस मामले को सदन में ले जा कर दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास करेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इन्द्रभुवन सिंह ने इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक का वायरल वीडियो से साफ झलक रहा है कि इस जघन्यतम पुलिसिया हत्या काण्ड की लीपा पोती हो जायेगी।  यदि सही मायने में सच्चाई को सामने लाना है तो सरकार को चाहिए कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज तो खत्म हो गया है साथ ही सरकार पुलिस के हौसले इतने बुलन्द कर रखी है कि वह अब युवाओं की हत्या तक करने में संकोच नहीं कर रहे हैं। जनपद जौनपुर के थाना बक्शा पुलिस की घटना इस बात को प्रमाणित करती है। 
सपा नेता एवं मल्हनी विधायक लकी यादव ने घटना की चर्चा करते हुए कहा भाजपा के शासन काल में पुलिस निरंकुश हो गया है और खास कर सपा से जुड़े युवाओं को फर्जी मुकदमों में फंसाने के साथ उनकी हत्यायें भी शुरू कर दिया है। हत्यारी बक्शा पुलिस के कृत्य को सदन में उठाते हुए सच को सामने लाने के लिए सीबीआई जांच की मांग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार यदि हत्यारे पुलिस कर्मियों को दन्ड नहीं दिया तो इसको लेकर अब सपा सड़क पर आने के लिए मजबूर हो जायेगी। 
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव ने बक्शा पुलिस की बर्बरता की चर्चा करते हुए कहा कि पुलिस ने कृष्णा यादव उर्फ पुजारी को पहले फर्जी मुकदमे में फंसाने का कुचक्र रचा फिर उसे बेरहमी से मारा और बाद में उसके घर जा कर लूट पाट भी किया। हलांकि मृतक के भाई की तहरीर पर हत्या और लूट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया लेकिन पुलिस अधीक्षक का वायरल वीडियो से साफ झलक रहा है कि इस मामले में मृतक कृष्णा यादव उर्फ पुजारी के परिजनों को न्याय मिलने की संभावना कम ही 
है। हां यदि सरकार की मंशा साफ़ है और सच्चाई को सामने लाना है तो सीबीआई जांच होनी चाहिए। 
सपा के जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव से बात करने पर उन्होंने कहा कि यह घटना पूरी तरह से निन्दनीय एवं घृणित है। इस घटना ने अब अपने ही सुरक्षा तंत्र से समाज को डराने का काम किया है। घटना को लेकर सपा के लोग गुस्से में है। पुलिस निरपराध जाति विशेष के लोगों को फंसाने का कुचक्र रचती फिर रही है। इस मुद्दे को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत करा दिया गया है। सपा न्याय के लिए संघर्ष करेंगी। हलांकि पुलिस अधीक्षक का वीडियो पुलिस का पक्ष भले ले रहा है लेकिन जनता की आवाज इससे नहीं दबायी जा सकती है।  

इसी तरह सपा के महासचिव हिसामुद्दीन, पूर्व प्रदेश सचिव राजन यादव, अधिवक्ता सभा के जिलाध्यक्ष समर बहादुर यादव, सपा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश सचिव पूनम मौर्य एवं सपा नेता राहुल त्रिपाठी, का.जय प्रकाश सिंह एडवोकेट, डा जे पी सिंह आदि लोगों ने पुलिस हिरासत में कृष्णा यादव उर्फ पुजारी की मौत को लेकर पुलिस को कटघरे में खड़ा किया और सीधे तौर पर उसे पुलिस हत्या बताया है साथ ही पुलिस अधीक्षक के वीडियो को लेकर घटना के बाबत सच को छिपाने की संभावना जताया है। इस घटना में पुलिस को बचाने का काम किया गया तो उसके हौसले बुलंद होंगे जो आम जनता के लिए घातक साबित हो सकता है।  

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