पीएमसे कहा किसान संकट में है इनकी बात मान ले, किसानों को अपमानित करना ठीक नहीं - सत्यपाल मलिक राज्यपाल मेघालय

 



किसानों के समर्थन में आये राज्यपाल मलिक ने कहा सरदार 3 सौ साल तक अपना अपमान नहीं भूलते हैं। एक घटना से पीएम को चेताया  यही गलती पूर्व पीएम इन्दिरा गाँधी जी ने किया था  


मेघालय के राज्यपाल का बागपत मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक आज अपने गृह जनपद बागपत पहुंचे थे जहां कस्बा अमीनगर सराय में अभिनन्दन समारोह में वे शामिल हुए थे और यहां पर मंच से बोलते हुए उन्होंने देश मे किसानों की हालत को खराब बताया और कहा कि सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि देश का किसान बेहाल है एमएसपी को कानून के दायरे में करा दो तो मै किसान आंदोलन को खत्म करा दूंगा। दिल्ली से किसानों को दबाव और अपमानित करके खाली हाथ मत भेजना क्योंकि में जानता हूँ सरदारों को 300 बरस तक नही भूलते हैं।ओर जिस देश में  किसान और जवान नही होता है उस देश को कोई भी नही बचा सकता है ।

राज्यपाल श्री मलिक ने कहा कि गवर्नर सिफारिश के लिए नही होता प्रधानमंत्री की तरफ से उसे मना है कि सिफारिश नहीं करना है। एमपी या एमएलए ही सिफारिशें करेगा लेकिन हमें भी कुछ ऐसा काम करना चाहिए कि लोग ये कहें कि गवर्नर बना था तो उसने ये किया मै यकीन दिलाना चाहता हूँ कि किसानों के मामले पर जितनी दूर तक भी जाना पड़ेगा उतनी ही दूर तक जाऊंगा क्योंकि मुझे किसान की तकलीफ का मालूम है कि देश का किसान बहुत बुरे हाल में है।


उन्होंने कहा कि मै प्रधानमंत्री के एक बहुत बड़े पत्रकार मित्र से मिलकर आया हूँ तो मेने उनसे कहा कि भाई मेने तो कोशिश कर ली अब आप भी कोशिश कर लो कि ये बहुत गलत रास्ता है किसानों को दबाकर एवं अपमानित करके यहां दिल्ली भेजना पहली बात तो ये जाएंगे नही और चले भी गए तो 3सौ बरस भूलेंगे नहीं तो कुछ इन्हें देकर ज्यादा कुछ नहीं एमएसपी को कानूनी तौर पर मान्यता दे दो,  मेरी जिम्मेदारी है हड़ताल  खत्म कर दूंगा। किसान कानूनों में जो संशोधन चाहते है उसे कर दिया जाये। अगर ये ज्यादा चलता रहा तो में सिखों को जानता हूँ । मिसेज इन्दिरा गांधी ने जब ब्लू स्टार किया उसके बाद उन्होंने अपने फार्म हाउस पर एक महीना महामृत्युंजय का यज्ञ कराया ओर मुझे अरुण नेहरू ने ये बताया कि फूफी आप तो ये बात नहीं मानती थी तो उन्होंने ये कहा कि तुम्हे ये पता नहीं मैने इनका अकाल तख्त तोड़ा है ये मुझे छोड़ेंगे नहीं इसलिए करा रही हूँ ।


उन्होंने कहा कि गवर्नर को बोलना नही पड़ता लेकिन में बोलता हूँ जैसे कि मुझे भी बहुत दिक्कत हो रही है किसानों के मामले पर जब मैने देखा कि क्या हो रहा है तो मै बोला और मैने प्रधानमंत्री व गृहमंत्री जी से कहा की इन्हें खाली हाथ मत भेजना जिस दिन टिकैत की गिरफ्तारी का शोर मचा हुआ था तो मैने फोन करके उसको रुकवाया की यह मत करना ।

उन्होंने कहा कि किसान जो चीज ये पैदा करते है उनके दाम घटते है हर साल और जो खरीदते है उसके दाम बढ़ते है इन्हें तो पता भी नहीं है कि ये बिना जाने ही गरीब कैसे हो रहे हैं । कोई भी कानून किसान के पक्ष में नहीं है जिधर भी जाते है तो लाठीचार्ज हो जाता है । जिस देश का किसान और जवान जस्टिफाइड नही होगा उस देश को कोई बचा ही नही सकता है ।


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