यूपी के चार विश्वविद्यालय यूजीसी द्वारा फर्जी घोषित,जानें उनके नाम क्या है

उत्तर प्रदेश में चल रहे चार विश्वविद्यालयों को फर्जी घोषित किया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है। यूजीसी ने सूची जारी करने के साथ ही विद्यार्थियों को चेताया है कि वे इन संस्थानों में दाखिला न लें। यदि विद्यार्थी इनमें से किसी विश्वविद्यालय में दाखिला लेते हैं तो उनकी डिग्री की स्वीकार्यता नहीं होगी।
यूजीसी ने देशभर के 21 विश्वविद्यालयों को फर्जी यानी गैर मान्यता प्राप्त करार दिया है। इनमें से चार विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के हैं। फर्जी घोषित इन विश्वविद्यालयों को किसी भी प्रकार की डिग्री पाठ्यक्रम चलाने, उनमें दाखिला लेने और परीक्षा के बाद डिग्री देने की अनुमति नहीं होगी।
यूजीसी के सचिव रजनीश जैन की ओर से जारी आदेश में लिखा है कि यूजीसी अधिनियम के उल्लंघन में काम कर रहे 21 गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों को फर्जी विश्वविद्यालय घोषित किया गया है। फर्जी और स्वयंभू घोषित किए गए विश्वविद्यालय में सबसे ज्यादा संस्थान दिल्ली और उत्तर प्रदेश से हैं।
यूजीसी की नोटिस में कहा गया है कि छात्रों एवं जनसाधारण को सूचित किया जाता है कि देश के विभिन्न भागों में स्वत: अभिकल्पित, गैर मान्यता प्राप्त संस्थान कार्यरत हैं जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियमन 1956 का उल्लंघन कर रहे हैं। इनमें सबसे अधिक दिल्ली में 8, उत्तर प्रदेश में 4, पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा में 2-2 तथा कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में एक-एक फर्जी विश्वविद्यालय हैं। 
यूपी में ये विश्वविद्यालय फर्जी घोषित

1. गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयागराज

2. नेशनल यूनिवर्सिटी आफ इलेक्ट्रो काम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर

3. नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपेन यूनिवर्सिटी), अलीगढ़

4. भारतीय शिक्षा परिषद भारत भवन मटियारी चिनहट, फैजाबाद रोड, लखनऊ


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