आइए जानते है फौजी की हत्या क्यों की गयी, तीन हत्यारे पहुंचे जेल शेष की तलाश जारी


अलीगढ़ में टप्पल थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर में प्रेम संबंधों के चलते बीती रात फौजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह दिवाली की छुट्टी पर घटना के दो दिन पहले ही गांव आया था। रिश्ते की चाची से उसके प्रेम संबंध थे। इस मामले में मृतक के पिता ने आठ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं।
थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव निवासी बीकन कुमार (24) पुत्र जगतपाल सिंह फौज में नौकरी करता था। वर्तमान में उसकी ड्यूटी पंजाब राज्य के फिरोजपुर में चल रही थी। पिता जगतपाल सिंह ने थाने में दर्ज कराए मुकदमे में कहा है कि बीती रात करीब 9:30 बजे उनका बेटा बीकन कुमार व भाई बृजपाल पुत्र गंगोली व गांव के ही कुंवरपाल पुत्र श्रीचंद बेटे की कार से दवा लेकर मानपुर से अपने गांव वापस आ रहा था।
जैसे ही कार गांव में सतेन्द्र पुत्र बीरी सिंह के मकान के सामने पहुंची तो पहले से ही घात लगाए बैठे आठ लोंगो ने हाथों में लाठी-डंडा व तमंचा आदि लेकर सामने आ गए और एकराय होकर हमला बोलते हुए कार में तोड़फोड़ कर दी। वहीं ड्राइविंग साइड की खिड़की खोलकर उनके बेटे बीकन कुमार को बाहर खींचकर पीटा औऱ तमंचे से गोली मार दी। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उनके बेटे से विजयपाल की पत्नी से प्रेम संबंध थे। इसी के चलते उसकी हत्या की गई है।
हत्या की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में थाना प्रभारी परमेंद्र सिंह के अनुसार पीड़ित की तहरीर के आधार पर बबलू व विजयपाल पुत्र आरामी सिंह, सोनू व रवि पुत्र ज्ञानवीर, दीपक व छोटू उर्फ प्रशांत पुत्र सुदेश, वेद पुत्र रनवीर, प्रताप पुत्र वेद निवासी गांव रसूलपुर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आरोपी विजयपाल व रवि एवं सोनू को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
पीएम रिपोर्ट के अनुसार मृतक फौजी बीकन के शव से 78 छर्रे व दो बुलेट प्लास्टिक कैप डॉक्टरों ने निकाली। इसके अलावा लाठी-डंडों के वार के चलते शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटों के निशान मिले हैं। इन सभी का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है।
बीकन की हत्या के बाद गांव में मातम पसर गया। अगले दिन दीपावली का जश्न भी गांव में फीका पड़ गया। लोगों ने सामान्य तौर पर लक्ष्मी गणेश जी का पूजन किया। गांव में किसी घर के बाहर पटाखे नहीं चलाए गए और न ही जोर शोर से खुशियां मनाई गई।
दीपावली के त्योहार पर हुई घटना के बाद गांव में तनाव के माहौल के चलते टप्पल थाने की पुलिस बेहद अलर्ट हो गई। एसपी देहात के निर्देश पर गांव में पुलिस फोर्स तैनात किया गया। गांव के लोगों को पुलिस ने समझाया कि त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं। किसी भी प्रकार से इस घटना को लेकर कोई उपद्रव न किया जाए।
दो साल पहले पंचायत में हुआ था निपटारा
बीकन तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। सबसे बड़े लोकेश कुमार फौज में हैं। उनकी वर्तमान में जम्मू कश्मीर के राजौरी पुंछ में तैनाती थी। सबसे छोटा वाला भी फौज में भर्ती होने की तैयारी कर रहा है। 2017 में बीकन की नौकरी लगी थी। 10 माह पहले उसकी आरती निवासी पिसावा के साथ शादी हुई थी। 23 अक्टूबर को छुट्टी पर आने के बाद आरती को लेने उसके मायके गया था। वहां से उसे लेकर लौटा तो उसी के पेट में दर्द होने पर परिवार के साथ दवा लेने के लिए गया था। परिवार वालों के मुताबिक विजयपाल की पत्नी के साथ प्रेम संबंधों के चलते 2 साल पहले गांव में पंचायत हुई थी। इस पंचायत में पूरे मामले का निपटारा हो गया था। दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। इसके बाद भी विजयपाल पक्ष के लोग रंजिश मानने लगे थे।

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