जौनपुर हुसेनाबाद में रामलीला का भव्य शुभारंभ, नारद मोह से ताड़का वध तक प्रसंगों ने बांधा समां
रामलीला का आगाज मंगलाचारण और नारद मोह प्रसंग से हुआ। कलाकारों ने भगवान विष्णु की माया और नारद जी के मोहजाल को इतने प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया कि तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गूंज उठा। इसके बाद राम जन्म प्रसंग का मंचन हुआ, जिसने वातावरण को राममय बना दिया। रामलला के जन्म की झांकी, भजन और ढोल-नगाड़ों की धुन ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
अंत में ताड़का वध का रोमांचक दृश्य प्रस्तुत किया गया। श्रीराम और लक्ष्मण द्वारा राक्षसी ताड़का के वध का जीवंत मंचन देख श्रद्धालु रोमांचित हो उठे।
रामलीला समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि यह आयोजन लगातार 82 वर्षों से हो रहा है और नगर की सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है। इसकी विशेषता यह है कि मोहल्ले के लोग स्वयं कलाकार बनकर परंपरा को आगे बढ़ाते हैं।
पहली रात के मंचन को देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और श्रद्धालु पहुंचे। मंचन के दौरान ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से बार-बार पूरा वातावरण गूंजता रहा।
Comments
Post a Comment