पुलिस अधीक्षक से सवाल अपराधो पर आखिर रोक कब लगेगी,महिला अपराध ने पुलिस खड़ा किया कटघरे में

 

जौनपुर।  जनपद में लगातार संगीन अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है लेकिन पुलिस की सेहत पर कोई असर नहीं है। थानेदार से लेकर अधिकारी तक बेगम केवल धनोपार्जन में जुटे नजर आ रहे हैं। यही नहीं जमीनी विवादों में केवल धनोपार्जन ही एक लक्ष्य दिखता है।  समस्याओं के निदान की तरफ कोई ध्यान नहीं है।  पुलिस की कार्य शैली से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और वे बेधड़क अपराधो को अंजाम दे रहे हैं। एक दिन दो महिला अपराध की घटनाओं ने पुलिस को सवालों के कटघरे में खडा कर दिया है। 
ताजा मामला है जिले के थाना बरसठी क्षेत्र स्थित ग्राम रसुलहां में बीती रात को अपराधियों ने विनोद कुमार की 26 वर्षिया पत्नी के साथ मुंह काला करने के बाद ईट से उसका सर कूच कर हत्या कर दिया। आज सुबह उसकी लाश घर में नंगी खून से लथपथ स्थित में मिली जो उपरोक्त आरोप की पुष्टि करता है।  बतादे विनोद कुमार रोजी रोटी के सिलसिले में मुम्बई रहता है।  युवती अपने सास ससुर के साथ घर पर रहती थी । बीते  14/15  की रात्रि को अपराधी उसके घर में घुस कर पहले मुंह काला किये इसके बाद उसकी हत्या कर निकल गये। घटना की सूचना पर सुबह पहुंची पुलिस लाश का पीएम कराने के बाद तहरीर लेकर मुकदमा तो  लिखा लेकिन अपराधियों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंचे है।  अधिकारी दावा करते हैं कि जल्द अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।  यहाँ सवाल इस बात का है कि घटना के बाद पुलिस क्या करेगी यह तो अलग बात है लेकिन अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है यह सबसे महत्वपूर्ण बात है और पुलिस की कार्य शैली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। 
इतना ही नहीं जिले के थाना बदलापुर क्षेत्र स्थित ग्राम कठार में आज दबंगो ने जमीनी रंजिस के चलते हमला कर उसे बुरी तरह से मारने पीटने के बाद उसका कान काटकर महिला का कनफूल छीन कर चले गये। महिला के परिजन थाने पर मुकदमा लिखाने के लिए तहरीर दिया पुलिस मुकदमा लिखने के बजाय पूरे दिन सौदेबाजी करती रही पैसा लेने के बाद मुकदमा दर्ज किया ऐसा पीड़िता का कहना है। हलांकि की पीड़िता ने उच्चाधिकारियों को भी प्रार्थना पत्र दिया यहाँ भी फर्ज अदायगी किया गया है। 
इस तरह पुलिस की कार्य शैली सवाल इस बात का है कि वह अपराध रोकने के बजाय धनोपार्जन के खेल में जुटी है तो अधिकारी क्या कर रहे हैं।  कहीं लूट के खेल के पीछे जिला स्तरीय अधिकारियों का हाथ तो नहीं है। सच क्या है यह तो जांच का बिषय है। 
लेकिन पुलिस की कार्य प्रणाली पर आम जन मानस के बीच में चर्चा इस बात की है पुलिस लूट पाट में मस्त है अपराधी समाज में अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे कर दहशत कायम कर रहे हैं। इसके पहले एक सप्ताह के आंकड़े पर नजर डाली जाये तो प्रतिदिन कम से कम एक हत्या की घटना जरूर नजर आती है। पुलिस केवल लीक पीटने का काम करती नजर आती है।  

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