मो. हसन पीजी कालेज में शोक सभा, स्वर्गीय पारसनाथ यादव का जीवन प्रेरणा स्रोत योग्य -प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खांन


जौनपुर।  मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज जौनपुर में स्वर्गीय पारसनाथ यादव जी की स्मृति में एक शोक सभा की गई जिसमें उनके कृतित्व और जीवन पर तथा जौनपुर के लोगों के लिए किए गए कार्यों को याद किया गया इस मौके पर 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई इस अवसर पर प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खान मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज जौनपुर ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वर्गीय पारसनाथ यादव जैसे लोग धरती पर कम ही जन्म लेते हैं मध्यम परिवार से जन्म लेने के बाद भी अपने साहस अदम्य इच्छाशक्ति ,निडर व्यक्तित्व के कारण ही वह जौनपुर के पारस पत्थर बन गए हर कमजोर परेशान तबके के लोगों की मदद के लिए सबसे आगे खड़े रहते थे संसदीय परंपरा लोकतांत्रिक मूल्य और अधिकारियों के प्रोटोकॉल की गहरी समझ उनको थी इसीलिए किसानों मजदूरों गरीबों के लिए संघर्ष करते हुए निर्भीक रूप से अपनी आवाज ऊपर रखते थे और लोग उनकी अकाटय बातों को नजरअंदाज करने का साहस नहीं कर पाते थे उनके साथ रहकर बहुत कुछ सीखने का मौका मिला माननीय मुलायम सिंह मे उनकी गहरी आस्था थी इसीलिए राजनैतिक आंधी तूफान में भी वह चट्टान की तरह समाजवाद का झंडा लेकर सदैव उनके साथ खड़े रहे और अपने रास्ते से कभी  डरे नहीं और कभी समझौता नहीं किया माननीय अखिलेश जी के साथ साए की तरह जीवन पर खड़े रहे जनपद जौनपुर में हर इंसान ने चाहे वह किसी दल मे रहा हो उनकी मृत्यु का समाचार सुनते ही आंखें नम हो गई सब ने अपने अपने तरीके से उन्हें याद किया विपक्ष के सभी लोगों को वह अपने साथ लेकर चलते थे बल्कि विपक्ष के लोगों को हमेशा अधिक सम्मान दिया करते थे जनपद जौनपुर में हमेशा रोजा इफ्तार,ईद मिलन कार्यक्रम को भूलते नहीं थे और होली दशहरा दीपावली पर अपने यहां मिठाईयां खिलाना कभी नहीं भूले इसीलिए शिराजे-ए- हिंद की गंगा जमुनी तहजीब और सभ्यता और जौनपुर की मिट्टी में खुली बसी हिंदू-मुस्लिम एकता की खुशबू केवल सच्चे अलमबरदार रहे


पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मान और प्यार अपने बच्चों से ज्यादा करते थे इसीलिए समाजवादी कार्यकर्ता भी उनके लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगने में देर नहीं करते थे उनका पूरा जीवन एक खुली किताब है राजनैतिक नीति करने वालों को सदैव उनके जीवन से प्रेरणा मिलती रहेगी धार्मिक ग्रंथों विशेषकर गीता और उनका गहन अध्ययन था इसीलिए हमेशा कर्म की बात करते थे परिश्रम तो उनसे ज्यादा राजनीति में कोई कर ही नहीं सकता था


विशेषकर मोहम्मद हसन कॉलेज से उन्हें विशेष लगाव था इसीलिए भी की 1994 में मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज की मान्यता दिलाने में उन्होंने विशेष योगदान दिया था इसीलिए पूरा कॉलेज परिवार आज उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता है इस अवसर पर कालेज परिवार ने उन्हें याद किया तथा उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया इस अवसर पर इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य मोहम्मद नासिर खान, प्रवक्ता डॉ कमरुद्दीन शेख, डॉ जीवन यादव, डॉ कमलाकांत सिंह, डॉ अजय विक्रम सिंह, सुशील सिंह मोहम्मद जैश, डॉ सुनील मिश्र आशीष श्रीवास्तव,अहमद अब्बास खान, किरमानी इत्यादि उपस्थित रहे



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