बढ़ते अपराधिक ग्राफ से जनपद वासी दहशत जदा,पुलिस की सेहत पर नहीं कोई असर




जौनपुर।  जनपद में अपराध का ग्राफ दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है अधिकारी पुलिस व्यवस्था को चुस्त करने की नसीहत दे रहे है लेकिन उसका कोई असर पुलिस की पुलिसिंग पर नहीं नजर आ रहा है । अपराधी बेखौफ़ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। गोलियां चल रही है लूट के साथ महिलाओं की अस्मत तार तार हो रही है। समाज दहशत के साये में आ गया है लेकिन इसका कोई असर पुलिस की सेहत पर नहीं है। 
ताजा मामला यह है कि बीते 5 जून 20 को  वाराणसी मंडल के एडीजी  जनपद में आकर पुलिस विभाग के सीओ इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिस जनो को बढ़ते अपराध को रोकने की नसीहत दिये मीडिया से बात करते हुए कहा कि छोटे से छोटे मामलों को गम्भीरता से लेने का निर्देश दिया है। एडीजी वाराणसी वापस पहुंचे भी नहीं होगे कि अपराधियों ने थाना नेवढ़िया क्षेत्र के नेवादा गांव के पास  स्वर्ण व्यवसायी  शिवजीत मौर्य को गोलियों से भून कर हत्या कर दिया और जेवरात आदि लूट कर भाग निकले पुलिस बाद में अंधेरे में तीर चलाती नजर आयी उसे अपराधियों के बाबत कोई सफलता नहीं मिली। 
इसके पहले खुटहन थाना क्षेत्र के बड़सरा गांव में पुलिस की लापरवाहीयो के कारण जमीनी विवाद के चलते अबैध असलहे से राजेश तिवारी की हत्या कर दिया गया। इस मामले में मृतक के पिता का आरोप पुलिस की लापरवाहीयो पर है उसका कहना है कि यदि पुलिस हमारे शिकायतों पर सक्रिय हुईं होती तो हमारे बेटे की हत्या नहीं हो सकती थी। 
थाना केराकत क्षेत्र स्थित ग्राम पसेवां में विगत 29 मई की रात में ग्राम के एक निषाद परिवार की  17 वर्षिया किशोर के साथ मुंह काला करने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी । पुलिस मृतका के पिता की तहरीर लेकर रख ली मुकदमा तक लिखना उचित नहीं समझा। 2 जून को जब जिले के उच्चाधिकारी ने मौके की जांच कर कड़ाई से मुकदमा दर्ज करने को कहा तब जाकर मुकदमा लिखा गया। यहां पर सवाल खड़ा होता है कि जब पुलिस का रवैया इस तरह का है तो अपराधियों के हौसले बुलंद क्यों नहीं होगे। 
इतना ही नहीं महिला अपराध बढ़ने के साथ ही सरेआम महिलाओं को मार पीट कर अर्ध नग्न करने की घटनाये हुईं पुलिस ने लापरवाही बरती है  थाना मछली शहर एवं मीरगंज की घटनाये उदाहरण है ।
विभाग के अधिकारी हैं कि मातहतों को नसीहत दे कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जा रहे है। जो भी बढ़ते अपराध के ग्राफ से आम जन मानस दहशत जदा है लेकिन पुलिस की सेहत पर इसका कोई असर नहीं है। जनपद में हर जुबान पर एक ही चर्चा है कि जिले में कानून और पुलिस का खौफ अपराध करने वालों में नहीं है। 

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