सड़क हादसों में इंसान और जानवर दोनों बन रहे शिकार, जिम्मेदार मौन

मछलीशहर। मछलीशहर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मछलीशहर और जंघई के बीच सड़क हादसों की श्रृंखला थमने का नाम नहीं ले रही। तेज रफ्तार वाहनों से कभी इंसानों की जान जा रही है तो कभी आवारा और जंगली जानवर टकराकर मौत के शिकार हो रहे हैं। कई बार दोनों ही घायल या मृत हो जाते हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा आवारा गोवंश के लिए गौशालाएं बनवाने और धन खर्च करने के बावजूद छुट्टा जानवर सड़कों पर घूम रहे हैं। परिणामस्वरूप आए दिन इंसान और जानवरों की टक्कर की खबरें सामने आ रही हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।

मंगलवार सुबह गोधना बाजार के पास भी एक भारी वाहन की टक्कर से गोवंश की मौत हो गई। सुबह सड़क पर मृत शरीर को आवारा कुत्ते नोचते दिखे। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को अभियान चलाकर सैकड़ों की संख्या में घूम रहे आवारा गोवंश को गौशालाओं तक पहुंचाना चाहिए।

विशेषज्ञों का मानना है कि आवारा कुत्तों की गर्दन में रिफ्लेक्टर वाले पट्टे लगाए जाएं तो दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। फिलहाल जिम्मेदारों की उदासीनता से इंसान और जानवर दोनों की जानें खतरे में हैं।

Comments

  1. बहुत ही अच्छा आर्टिकल है,
    इसी तरह का कंटेंट लिखा करिए,
    जो जनहित में हो

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