कोतवाली पुलिस से सवाल पीड़िता को न्याय कब ? आरोपियों की गिरफ्तारी से परहेज क्यों है, मामला अहमद खा मण्डी का है
जौनपुर । नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला अहमद खा मंडी में विगत 24 मई को एक दंपति ने सरेआम जहर खा कर के अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। घटना के बाबत पुलिस ने मुकदमा तो लिखा लेकिन पुलिस पर यह भी आरोप है कि वह आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है।
बतादे दंपति के चार छोटे छोटे बच्चे हैं दंपति की बड़ी लड़की ने घटना के पश्चात पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उक्त मोहल्ले के तीन मनचले उसे और उसकी मां को परेशान करते थे इसी कारण उसके मां-बाप ने जहर खाया था। जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर 3 मनचलों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन अब गिरफ्तारीसे परहेज कर रही है।
लेकिन घटना के तीन सप्ताह बीतने के बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गयी जो पुलिसिया कार्यवाही पर सवालिया निशान लगा रहा है । पीड़ित लड़की जारा ने कोतवाल और एसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि मोहल्ले के मनचले आरोपी उस पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं यही नहीं आज उक्त मोहल्ले का एक व्यक्ति भी कोतवाली मे पहुंचा और उसने तहरीर देकर पुलिस से निवेदन किया है कि मोहल्ले के कुछ दबंग लोग उससे जबरदस्ती उस केस में गवाही दिलाने के लिए दबाव बना रहे हैं।
सूत्रो से पता चला है कि उक्त केस को दबाने के लिए पुलिस ने आरोपियों से मोटी रकम हासिल कर ली है और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ना आने एवं बिसरा ना आने का बहाना कर उन लोगों को जेल भेजने के बजाय खुले आम घूमने के लिए छोड़ रखा है और फर्जी गवाही कराकर पूरे मुकदमे को ही खत्म कर देना चाह रही है । मृतक के छोटे छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं और उनके सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। लेकिन पुलिस है कि पूरे मामले की लीपापोती में लगी हुई है।
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