कोरोना से मृत पत्रकार का शव परिजन नहीं लिये तो पुलिस ने किया दाह संस्कार



लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना महामारी की लहर भयावह हो चुकी है। राजधानी के लोगों के दिलों-दिमाग पर कोरोना का भय कुछ ऐसा छाया हुआ है कि मरने के बाद भी परिजन शव लेने से किनारा कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला लखनऊ के गोमतीनगर से सामने आया है। गुरुवार को वरिष्ठ पत्रकार चंदन प्रताप सिंह का कोरोना से निधन हो गया और उनका शव घर पर पड़ा रहा, लेकिन कोई रिश्तेदार व परिजन नहीं आया। आपको बता दें कि चंदन मशहूर दिवंगत टीवी पत्रकार सुरेंद्र प्रताप सिंह (एसपी सिंह) के भतीजे थे। मिली जानकारी के मुताबिक, वह कोरोना से संक्रमित थे। वह लखनऊ के गोमतीनगर में अपने कमरे में मृत पाए गए, जहां वह अकेले रहते थे। चंदन का शव लेने के लिए कोई रिश्तेदार नहीं पहुंचा। इसके बाद गोमतीनगर थाने के पुलिसकर्मियों ने उनका अंतिम संस्कार किया।
बताया जा रहा है कि चंदन प्रताप सिंह काफी दिनों से बीमार थे। वह कोरोना से संक्रमित भी थे। वह गोमतीनगर में किराये के मकान में अकेले रहते थे। गुरुवार को वह अपने कमरे में ही मृत पाए गए थे। मकान मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने बताया कि चंदन के कई परिचितों से संपर्क किया और उनका अंतिम संस्कार करने के लिए कहा गया, लेकिन सभी ने भी आने से मना कर दिया। काफी देर तक इंतजार के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और कागजी कार्यवाही पूरी की। 
बुरे वक्त में भले सगे भी साथ छोड़ दें,पर @Uppolice हर दुख सुख में खड़ी है आपके साथ।@lkopolice की तरफ से मैं अपने उन सभी साथी अधिकारियों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने आखिरी वक्त मे अकेले पड़े चंदन सिंह जी के पार्थिव शरीर का अपने परिवार की तरह पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार किया। 
पुलिस ने अपना फर्ज निभाते हुए खुद पत्रकार का अंतिम संस्कार किया। गोमतीनगर थाने में तैनात एसआई दयाराम साहनी, अरुण यादव, राजेंद्र बाबू और प्रशांत सिंह ने चंदन को कंधा दिया।

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