आखिर अराजक तत्वों ने पद्मश्री वैज्ञानिक लालजी सिंह के नाम का शिलापट्ट क्यों तोड़ा?



जौनपुर। बरईपार मार्ग पर चौराहा के पास 
कलवारी गांव निवासी डीएनए फिगरप्रिट के जनक पद्मश्री अलंकृत वैज्ञानिक डा. लालजी सिंह के नाम का शिलापट्ट को शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर गिरा दिया। इस करतूत से परिजन सहित ग्रामीण जनों में गुस्सा हैं।
विदित हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2020 में सिकरारा-बरईपार मार्ग का नामकरण डा. लालजी सिंह के नाम पर किया था और चौड़ी करण का आदेश दिया था जिसके क्रम में अब 3.75 करोड़ की लागत से  चौड़ीकरण व उच्चीकरण का कार्य चल रहा है। पिछले महीने उनके नाम का शिलापट्ट लगा था। लेकिन अचानक बीती रात शिलापट्ट क्षतिग्रस्त और गिरा देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। गांव की प्रधान के पति मोहम्मद असलम ने आशंका जताई है कि शरारती तत्वों ने ऐसी करतूत की है। ग्रामीणों का कहना है कि महज छह इंच गहरी नींव के प्लेटफार्म पर मानक के अनुरूप न बनवाए जाने के कारण क्षतिग्रस्त करना आसान हो गया।
उन्होंने जिम्मेदार कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्व. लालजी सिंह के भतीजे व जीनोम फाउंडेशन कलवारी के को-आर्डीनेटर अरुण कुमार सिंह ने दुख जताते हुए दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जैनू राम को इसकी खबर ही नहीं पूछने पर कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। कर्मचारी भेज कर उसे ठीक करा दिया जाएगा। थानाध्यक्ष संतोष कुमार राय भी बेखबर रहे है उनका भी कहना कि उन्हें जानकारी नहीं है। तहरीर मिलने पर छानबीन कर कार्रवाई की जाएगी।

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