विधायक के दबाव में भूमि कब्जे पर कब्जे का आरोप, पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
पीड़ित के अनुसार आराजी सं. 233, 234, 240 मि. व 240क पर उनका मकान, बाउंड्रीवाल और कुछ खेती की जमीन है। आरोप है कि इस जमीन पर फर्जी बैनामा अन्सार पुत्र अमीन निवासी कौड़िया शाहगंज से फैजान पुत्र फरियाद निवासी पुरानी बाजार शाहगंज द्वारा कराया गया, जो न्यायालय में विचाराधीन है। इसी बीच फैजान ने उक्त भूमि का मुहायदा विधायक की पत्नी नीलम सिंह के नाम कर दिया, जिसके बाद से विवाद और गहरा गया।
प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि 14 सितम्बर 2025 की सुबह करीब 7 बजे विधायक रमेश सिंह व उनकी पत्नी नीलम सिंह के संरक्षण में फैजान पुत्र फरियाद, राजेश सिंह, सचिन सिंह, शुभम सिंह, अजीत सिंह, काले सिंह सहित 25-30 अज्ञात लोग प्रार्थी की जमीन पर कब्जा करने पहुंचे। आरोप है कि सभी लोगों ने मकान व बाउंड्रीवाल तोड़कर जेसीबी मशीन से कब्जे की कोशिश की। जब प्रार्थी, उनके भाई और घर की महिलाएं विरोध करने पहुंचे तो विपक्षियों ने गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी।
घटना की सूचना मिलते ही थाना शाहगंज की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से कुछ लोगों को हिरासत में लेकर धारा 151 के तहत चालान कर दिया। इसी दौरान विपक्षियों ने मौका पाकर प्रार्थी की दीवार तोड़कर सीमेन्टेड बाउंड्रीवाल खड़ी कर ली। आरोप है कि प्रार्थी के सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ दिया गया और महिलाओं व पड़ोसियों को धमकी दी गई कि यदि कोई दीवार तोड़ेगा तो उसकी जान ले ली जाएगी।
पीड़ित सैयद अकबर काजमी का कहना है कि यह समूची कार्रवाई विधायक के निर्देश पर पुलिस की मिलीभगत से की गई। प्रार्थी ने आरोप लगाया कि उनके परिवार पर किसी भी समय जानलेवा हमला हो सकता है और वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक जौनपुर से मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आरोपी पक्ष के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है और लोगों की निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं।
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