शिक्षक रहें निश्चिंत, किसी के साथ नहीं होगा अन्याय: सांसद सीमा द्विवेदी
जौनपुर -टीईटी अनिवार्यता के विरोध में शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को डाक बंगले पर राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी से मुलाकात की और प्रधानमंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रांतीय संयुक्त मंत्री अमित सिंह के नेतृत्व में दिया गया। इसमें 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टीईटी अनिवार्यता से मुक्त करने की मांग की गई।
सांसद सीमा द्विवेदी ने शिक्षकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हमारी सरकार शिक्षा और शिक्षकों के हितों को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि “आप निश्चिंत रहें, किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। सरकार शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षकों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा शुरू कर बड़ी सौगात दी है, जो वर्षों से लंबित मांग थी।
सांसद ने भरोसा दिलाया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से प्रभावित 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार से बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि “हम स्वयं केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलकर आपकी बात मजबूती से रखेंगे और जल्द समाधान का प्रयास करेंगे।”
इस मौके पर जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षक समाज तनावग्रस्त और भयभीत है। जो शिक्षक बीते 20-25 वर्षों से निष्ठा के साथ सेवा दे रहे हैं, उनके लिए यह आदेश असंवेदनशील और अन्यायपूर्ण है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में शैलेश चतुर्वेदी, मंजू पांडे, मनीष सोमवंशी, अर्चना सिंह, शैलेंद्र सिंह, संतोष सिंह बघेल, मृत्युंजय सिंह, विशाल सिंह, प्रवीण सिंह, सरोज सिंह, अकील रहमान, बाबा मौर्या, उमेंद्र सिंह, नीतीश सिंह, वंदना सरकार, नीतू सिंह, प्रीति मौर्या, सौम्या सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
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