सवाल: क्या बेसिक शिक्षा विभाग फर्जीवाड़े के ढेर पर टिका हुआ है



जौनपुर।  बेसिक शिक्षा विभाग को लेकर अब सवाल उठने लगा है कि क्या यह विभाग फर्जी वाड़े पर आधारित हो कर चल रहा है। जी हां जब भी किसी शिक्षक के फर्जी वाड़े की शिकायत हुईं जांच में शिकायत सही मिली। चाहे कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय हो अथवा प्राथमिक विद्यालय हो, कार्यवाही भले ही विभाग करे लेकिन सरकारी धन की जो लूट हो रही है उस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। 
एक नया मामला फर्जी वाड़े का पुनः प्रकाश में आया है यह मामला विकास खण्ड शाहगंज सोंधी के प्राथमिक विद्यालय हडही का है। यहाँ पर वर्ष 2008 से शिक्षा मित्र के पद पर सेवारत  फूला देवी ने फर्जी अंक पत्र के सहारे विभाग में शिक्षक बन गयी और सरकारी खजाने से वेतन भी आहरित कर रही थी ।अब जा कर इसकी शिकायत हुईं तो बीएसए ने जिला समन्वयक के जरिए पूरे मामले की जांच कराया जांच में शिकायत सही पायी गयी। जांच आने के बाद फूला देवी की नियुक्ति निरस्त कर दिया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। लेकिन फर्जी वाड़ा करके शिक्षक बन सरकारी खजाने से जो वेतन आहरित किया था उस पर कोई आदेश विभाग अथवा जिम्मेदार जनो द्वारा नहीं जारी किया जाना सवाल खड़ा करता है। 


Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

धनंजय सिंह को जौनपुर की जेल से बरेली भेजने की असली कहांनी क्या है,जानिए क्या है असली खेल

धनंजय की जमानत के मामले में फैसला सुरक्षित, अगले सप्ताह आयेगा निर्णय

धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली जेल भेजा गया