माहे मोहर्रम मैं अपने किरदार को भी हुसैनी बनाना है - डा अबरार हुसैन


जौनपुर। मोहर्रम का चांद दिखाई देते ही मजलिस, मातम का सिलसिला पूरे जनपद में शुरू हो गया इसी क्रम में पहली मोहर्रम की मजलिस शेख नूरुल हसन मेमोरियल सोसायटी के कार्यालय में आयोजित की गई मजलिस को संबोधित करते हुए जाकिर ए अहलेबैत आली  जनाब डॉक्टर अबरार हुसैन ने कहां की हमें माहे मोहर्रम में अपने किरदार को भी हुसैनी बनाना है , हमें अपने अपने बच्चे बच्चियों को ऊंची तालीम दिला कर कौम, कुनबे, देश की तरक्की , खुशहाली में योगदान दे सकें व कौम के लोगों को मिलकर अच्छे स्कूल अस्पताल वह कोचिंग सेंटर खोले जिससे समाज को फायदा पहुंचे मजलिस की शोज़ खानी जनाब सिराज जौनपुरी व नईम हैदर के नेतृत्व में अंजुमन कासिमिया के दस्ते ने नौहा और मातम किया मजलिस में आए हुए सभी मोमिनीन का संस्था के प्रबंधक समाजसेवी शेख अली मंजर डेजी ने शुक्रिया अदा किया । मजलिस में मुख्य रूप से अजहर अब्बास, जाफर अब्बास, मोहसिन रजा, सिकंदर इकबाल, नासिर रजा गुड्डू, अकील, आसिफ आब्दी, सैयद परवेज हसन नेता, नन्हे, कमर, अंजुम, गोलू, बिल्लू, लाडले इत्यादि लोग उपस्थित थे।

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