सॉल्वर गैंग संचालित करने वाले लेखपाल पर गिरी गाज, कर दिया गया निलंबित

जौनपुर। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की  वीडीओ भर्ती परीक्षा में आजमगढ़ में नकल कराने की साजिश रचने में पकड़े गए 13 आरोपियों का पुलिस ने चालान कर दिया। हालांकि गिरोह का सरगना प्रयागराज के फूलपुर निवासी आशीष पटेल फरार है। उसके इशारे पर काम कर रहे लेखपाल कमलेश यादव को जिला प्रशासन ने निलंबित कर दिया है।
स्वाट प्रभारी मनोज सिंह, सर्विलांस प्रभारी राम जनम यादव व लाइन बाजार की पुलिस टीम ने मंगलवार को मियांपुर जज काॅलोनी से 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसमें  सरगना के तौर कमलेश यादव लेखपाल काम कर रहा था। वह लोगों को तैयार करता था और पैसे की वसूली करता था।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से लेकर अन्य संसाधनों को मुख्य सरगना आशीष पटेल मुहैया कराता था। कमलेश यादव 2016 बैच का लेखपाल बताया जा रहा है। उसके पास करंजाकला ब्लाॅक के बैजापुर, बरसावा, रामपुर दवल सिंह, जलालपुर गांवों की जिम्मेदारी थी।
38 वर्षीय कमलेश यादव मूल रूप से जनपद आजमगढ़ के सरायभादी तरवा का रहने वाला है। सीओ सिटी कुलदीप कुमार ने बताया कि सर्विलांस के जरिए संदिग्धों पर नजर रखी जा रही थी। पकड़े गए लेखपाल कमलेश यादव के खिलाफ जिलाधिकारी को विभागीय पत्र लिख दिया गया है।
खबर है कि डीएम अनुज कुमार झा ने पुलिस की रिपोर्ट को संज्ञान लेते हुए दोषी लेखपाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए लिखे गये पत्र के क्रम में तत्काल एक्शन लेते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है।

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