शिष्यों ने जानें कैसे किया अपने प्रथम गुरू का सम्मान, जानते है सम्मानित गुरू ने खुद का नया जीवन कैसे माना
जौनपुर। शिक्षक गुरु आर पी यादव का सम्मान उनके आवास स्थित कंधरपुर पर उनके पढ़ाये शिष्यों नकदी उपहार एवं अंगवस्त्र प्रदान करते हुए अपने शिष्यत्व दायित्वों को पूरा कर गौरव महसूस किया है। जनक कुमारी बाल शिक्षा निकेतन हुसैनाबाद में अपने शैक्षिक जीवन काल में उनके पढ़ाये शिष्यो ने उन्हे 51 हजार रुपए नकद, उपहार, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया ।
इस कार्यक्रम के सूत्रधार अपर पुलिस अधीक्षक लखनऊ बलवंत चौधरी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखने के लिए यह बहुत जरूरी है कि अपनी जड़ों को खोज कर एक बार ही सही उनमें पानी अवश्य दें। राघवेंद्र सिंह ने अंगवस्त्रम देकर माल्यार्पण कर स्वागत किया। प्रवींजय सिंह ने भागवत गीता देकर सम्मानित किया। विकास गुप्ता ने घड़ी और कपड़े देकर उनको सम्मानित किया। माधुरी सिंह ने गुलदस्ता के साथ उपहार भी भेंट किए। अमरेश पांडेय ने मिष्ठान एवं फल देकर माल्यार्पण किया।
उक्त अवसर पर गुरु आरपी यादव बहुत भावुक हो गए उन्होंने कहा कि यह अवसर हमारे लिए अवर्णनीय है मुझे आप लोगों ने सम्मान देकर लग रहा है जैसे मैं फिर से जिंदा हो गया हूं मुझे आसमान पर आप सब ने पहुंचा दिया है । लेकिन धन्य है मां-बाप जो ऐसे संस्कारित बच्चों को जन्म दिया, प्रथम पाठशाला मां बाप ही हैं ।
उक्त कार्यक्रम में सहयोग छात्र रहे प्रवीण सिंह ,अंजू सिंह, शालिनी मल्होत्रा, अमिता बर्मा , अर्चना, रंजना, ललन सिंह ,प्रदीप सिंह, प्रशांत सिंह इत्यादि ने किया ।कार्यक्रम के सहभागी साक्षी संजय उपाध्याय पूर्व अध्यक्ष बाल न्यायालय सचिव सरजू प्रसाद शैक्षिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था भी मौजूद रहें।
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